School Management Point 2025-26 : शाला को बेहतर बनाने हेतु बिंदु

School Management Point : यहाँ शाला को बेहतर बनाने हेतु बिंदु दिया गया है जिसमें शाला भवन, शिक्षकों की उपस्थिति, विद्यार्थियों की उपस्थिति, वार्षिक शैक्षणिक कलेण्डर, और प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत मध्यान्ह भोजन की जानकारी शामिल है। इन सभी बिंदुओं पर ध्यान देना स्कूल की गुणवत्ता सुधारने और बच्चों के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होता है। यदि इन बिंदुओं पर सही तरीके से ध्यान दिया जाए, तो शाला का वातावरण बच्चों के लिए अधिक सकारात्मक और शैक्षिक हो सकता है।

शाला को बेहतर बनाने हेतु बिंदु

  1. शाला भवन एवं शाला परिसर का उचित रखरखाव हो ।
  2. शिक्षकों की समय पर उपस्थिति हो।
  3. छात्र-छात्राओं की दर्ज संख्या के अनुपात में उपस्थिति हो।
  4. वार्षिक शैक्षणिक कलेण्डर अनुसार अध्यापन हो।
  5. शाला विकास समिति की बैठक हो।
  6. विद्यार्थियों का कक्षावार, विषयवार अध्ययन स्तर हो।
  7. विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम अनुसार लिखने, पढ़ने, बोलने व सीखने का ज्ञान
  8. प्रयोगशाला व पुस्तकालय का उपयोग हो।
  9. प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अनुसार मध्यान्ह भोजन हो।
  10. बैग लेस डे का नियमित आयोजन हो ।
  • शाला परिसर का साफ-सफाई / रंग-रोगन हुआ हो।
  • शाला प्रिंटरिच वातावरण बना हो।
  • शाला में हरियाली की स्थिति अच्छी हो।
  • कमरों में बच्चों की बैठक व्यवस्था स्थिति अच्छी हो।
  • शाला में किचन गार्डन बना लिया गया हो।
  • शाला की कोई विशेष उपलब्धि हो तो उसे हाईलाइट करें ।
  • निःशुल्क गणवेश, पाठ्य पुस्तक, वितरण हो चूका हो ।
  • FLN, दीक्षा निष्ठा, जादुई पिटारा, मुस्कान पुस्तकालय, बालवाड़ी का संचालन हो रहा हो ।
  • समय सारिणी के अनुसार कक्षा का संचालन हो रहा हो ।
  • शाला में बच्चों के ईको क्लब का गठन चुनाव के माध्यम से हो गया हो ।
  • शिक्षकों द्वारा इस माह का चर्चा पत्र डाउनलोड किया गया हो ।
  • विद्यार्थी विकास सूचकांक कक्षा में चस्पा हुआ हो।
  • पाठ्यक्रम पंजी का संधारण हो रहा हो।
  • पठन और गणितीय कौशल: बच्चों के पठन और गणितीय कौशल का स्तर अच्छा हो।
  • इन कौशलों के विकास के लिए विशेष प्रयास किए गए अच्छा हो।
  • बच्चों के गणितीय कौशल का स्तर अच्छा हो।
  • शाला अपने पास की अन्य शाला के साथ द्विनिंग ऑफ़ स्कूल कार्यक्रम से जुड़े हो।
  • विद्यालय के अध्यापन हेतु प्रयोगों का सहारा लिया जा रहा हो।
  • अध्ययन स्तर: बच्चों के अध्ययन स्तर का विषयवार और कक्षावार आकलन किया गया हो।
  • शिक्षकों की उपस्थिति: शिक्षक समय पर शाला में उपस्थित होते हो।
  • समय सारिणी के अनुसार कक्षा का सञ्चालन हो रहा हो।
  • बच्चों का दर्ज संख्या के अनुपात में उपस्थिति अच्छा हो।
  • क्या आपके क्षेत्र में ड्राप आउट और शाला त्यागी बच्चे हैं?
  • बैठक व्यवस्था: क्या कक्षाओं में बच्चों के बैठने की समुचित व्यवस्था है?
  • निःशुल्क गणवेश और पाठ्यपुस्तक वितरण: क्या सभी बच्चों को सही समय पर गणवेश और पाठ्यपुस्तक वितरित की गई हैं?
  • शैक्षणिक कलेण्डर और समय सारिणी: क्या विद्यालय में अध्यापन कार्य वार्षिक शैक्षणिक कलेण्डर और समय सारिणी के अनुसार हो रहा है?
  • SMC गठन और बैठकें: क्या शाला प्रबंधन समिति (SMC/SMDC) का गठन हो गया अच्छा हो।
    • SMC में नियमित रूप से बैठकें हो रही हैं और बच्चों की पढ़ाई पर चर्चा हो रही अच्छा हो।
  • मध्यान्ह भोजन योजना: प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के तहत शाला में नियमित रूप से भोजन दिया जा रहा हो।
  • मेन्यू के अनुसार भोजन परोसा जा रहा हो।
  • SMC/SMDC गठन कर ली गयी हो।
  • SMC की बैठक में बच्चों की पढ़ाई के बारे में चर्चा होती हो।

इन परीक्षाओं के माध्यम से भारत सरकार व छत्तीसगढ़ सरकार छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करती है।

  • शालाओं में नियमित रूप से मध्यान्ह भोजन होता हो।
  • शाला प्रबंधन समिति / जिला स्तर पर साप्ताहिक मेन्यू का निर्माण किया गया हो।
  • शाला में मेन्यू अनुसार ही भोजन दिया जा रहा हो।
  • शाला स्तर पर शिक्षकों द्वारा भोजन परोसने के पूर्व चखकर पंजी में हस्ताक्षर करते हो।
  • भोजन का स्वाद एवं गुणवत्ता पूर्णतः संतोषजनक हो।
  • मेन्यू एवं प्रति छात्र दिये जाने वाले खाद्य पदार्थ की मात्रा शाला के सूचना पटल पर लिखा गया हो।
  • भोजन बनाने के पूर्व खाद्य पदार्थों की साफ-सफाई एवं गुणवत्ता की जांच किया जाता हो।
  • हरी सब्जियों को काटने के पूर्व ही अच्छे से धोकर पकाया जाता हो।
  • किचन की नियमित साफ-सफाई एवं रंगाई-पोताई हुआ हो।
  • न्योता भोजन परोसने के पूर्व नियमतः सभी खाद्य सामग्रियों का स्वाद एवं गुणवत्ता परीक्षण किया जाता हो।
  • मोबाइल एप (AMS) के माध्यम से लाभान्वित छात्र-छात्राओं की जानकारी प्रति दिवस प्रेषित किया जाता हो।
  • शाला में बैग लेस डे का नियमित आयोजन किया जाता हो।
  • शाला में सुरक्षित शनिवार मनाया जा रहा हो।
  • FLN, दीक्षा निष्ठा, जादुई पिटारा, मुस्कान पुस्तकालय: ये सभी शैक्षिक कार्यक्रम शाला में नियमित रूप से संचालित हो रहे हो।
  • बच्चों के क्लब का गठन: बच्चों के क्लब का गठन चुनाव के माध्यम से हुआ हो।
School Management Point
School Management Point

प्रिय शिक्षक बंधुओं ,

आपकी सूचना पाने और जानने की यात्रा को और भी बेहतर बनाने के लिए, नियमित रूप से EduDepart.com पर विज़िट करते रहें। यहां आपको शिक्षा से जुड़ी नई और उपयोगी जानकारी, अपडेट्स, और संसाधन मिलते रहेंगे, जो आपकी अध्यापन और शिक्षकीय सेवा कार्य में मददगार साबित होंगे।

धन्यवाद,
EduDepartTeacher Knowledge – Student Growth
हमेशा आपकी सफलता की दिशा में!

School Management Point, School Management Point, School Management Point, School Management Point, School Management Point, School Management Point, School Management Point, School Management Point

सभी शिक्षकों को शेयर करें

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

You cannot copy content of this page