Innovation Project : समग्र शिक्षा के वार्षिक कार्य योजना एवं बजट सत्र 2024-25 में Innovation Projects – Recurring (Secondary & Sr. Secondary) मद के अतंर्गत 8. Exposure to Vocational Education (Class 6-8) (Sec.) उपमद में राज्य के उच्च प्राथमिक स्तर पर बच्चों को व्यवसायिक शिक्षा से परिचित करवाने हेतु कुल 990 उच्च प्राथमिक शालाओं को प्रति शाला राशि रू. 10000.00 के मान से कुल राशि रू. 9900000.00 (शब्दों में निन्यानबे लाख रू. मात्र) बजट स्वीकृत किया गया है। उक्त चयनित उच्च प्राथमिक शालाओं को राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा से निम्नानुसार राशि PFMS के माध्यम से आहरण-सीमा जारी करने की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की जाती है-
Innovation Project 2024-25

प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति व निर्देश-
Scheme Component-
- [D.03] Research, Evaluation, Monitoring & Supervision
- [D.03.01] REMS activities
मद राशि विवरण –
2024-25 | ₹ 10000 (Selected पूर्व माध्यमिक) |
2023-24 | ₹ 10000 (Selected पूर्व माध्यमिक) |
2022-23 | ₹ 10000 (Selected पूर्व माध्यमिक) |
Innovation Project मद का उपयोग-
पूर्व व्यावसायिक शिक्षा के 2024-25 के अंतर्गत उच्च प्राथमिक शालाओं (कक्षा-06 से 08) में किए जाने वाले कार्य हेतु दिशा निर्देश पूर्व व्यावसायिक शिक्षा 2024-25 के अंतर्गत उच्च प्राथमिक शालाओं को व्यायसायिक शिक्षा से परिचित कटाते हुए, जिससे वे आगे अपने शिक्षा में उन विधाओं को अपने रुचि के अनुरूप सुचारू रूप से चुनाव कर सकें। यह सामान्य शिक्षा और अधिक विशिष्ट व्यावसायिक या तकनीकी प्रशिक्षण के बीच एक पुल के रूप में कार्य करते हैं, जिससे छात्रों को उनके चुने हुए कैरियर में सफलता के लिए एक ठोस आधार मिलता है। इसके लिए प्रत्येक जिलों के चयनित शालाओं को निम्नांकित कार्य किया जाना है।
- राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा, छत्तीसगढ़ द्वाटा एक टेलीग्राम ग्रुप का निर्माण किया गया है, जिसमें सभी जिले के DMC, APC ट्रेनिंग, जिला से पूर्व व्यावसायिक शिक्षा 2024-25 हेतु चयनित जिला नोडल, सभी विकास खण्डों से BEO, BRCC, संकुल प्राचार्य, सम्बंधित चयनित शाला के CAC एवं चयनित शाला के संस्था प्रमुख और व्यावसायिक शिक्षा प्रभारी को इस नीचे दिए ग्रुप में अनिवार्य रूप से जुड़ना है। जिससे शाला स्तर से टराज्य स्तर तक संवाद इस ग्रुप के माध्यम से किया जा सके।
- टेलीग्राम ग्रुप का लिंक https://t.me/+ORAlfq2grqBINjQ1
- इन चयनित उच्च प्राथमिक शालाओं से एक-एक प्रभारी व्यावसायिक शिक्षा शिक्षक की पहचान किया जाना है, ताकि उनके कार्यों की जानकारी एवं निरंतर सीधे संवाद बनाया जा सकें।
- सभी DMC अपने जिले के सभी चयनित शालाओं की संकुल समन्वयक के माध्यम से प्रत्यक्ष मानिटरिंग एवं जिले से इन शालाओं के संबंधित शिक्षकों एवं विद्यार्थियों के साथ ऑनलाइन समीक्षा कर, कार्य प्रगति रिपोर्ट एवं उपलब्ध बजट का व्यय विवरण का मासिक प्रतिवेदन जिले को भेजेंगे।
- समस्त चयनित शालाओं में किए जा रहे कार्यों का दस्तावेजीकरण, मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार एवं नियमित मॉनिटरिंग करते हुए अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम में अवश्य जोड़ें। जिले में इन सभी तीस शालाओं की एक फाइल संधारित करें।
- लक्ष्य निर्धारित करने और उनके भविष्य के कैरियर के लिए योजना बनाने में छात्रों की सहायता करें इसमें संभावित शैक्षिक मागों की पहचान करना और उनकी व्यावसायिक आकांक्षाओं को प्राप्त करने के लिए कदमों की रूपरेखा तैयार करना शामिल है।
- कैरियर कौशल विकास / एक्सप्लोजट छात्रों को विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक शिक्षा से सम्बंधित कौशलों से परिचित कराना। जिससे भविष्य में उनके कैरियर विकास के जॉब आधारित / व्यवसाय आधारित स्किल का चुनाव कर सके। अपने आस-पास की शालाओं का भ्रमण कराना, जहाँ व्यावसायिक शिक्षा की कक्षाएं जैसे ।1।, इलेक्ट्रीशियन, मोटर मैकेनिक, प्लंबर आदि संचालित हो रही है।
- उद्योग विशिष्ट एक्सपोजर पूर्व व्यावसायिक शिक्षा कार्यक्रम के फोकस के अधर पर, छात्रों को उनके चुने हुए कैरियर पथ से सम्बंधित उद्योग विशिष्ट जान और प्रथाओं का अनुभव हो सके। इसलिए विद्यार्थियों को उद्योगों से परिचय करते हुए भ्रमण कराना।
- सभी शालाओं से इस बाबत वह सुनिश्चित करवाते हुए मार्च 2025 में उपयोगिता प्रमाण पत्र लिया जाना सुनिश्चित करें।
- सभी शालाएं इस योजना के संचालन हेतु टाज्य परियोजना कार्यालय से तैयार दिशा-निर्देशों का अध्ययन कर, इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करेंगे। सभी शालाओं को अपने यहां आयोजित हो रहे कार्यों के प्रदर्शन के लिए एवं आपस में साझा करने हेतु एक टाज्य स्तरीय टेलीग्राम ग्रुप बनाया गया है। जिसमें सभी शालाएं अपने यहां आयोजित गतिविधियों को साझा कर सकेंगे।
- टेलीग्राम ग्रुप का लिंक – https://t.me/+ORAlfq2grqBiNjol
- शालाओं में इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन की स्थिति की नियमित निगरानी संकुल समन्वयक करेंगे एवं वे अपने जिले के समग्र शिक्षा कार्यालय के एपीसी प्रशिक्षण को इसकी प्रगति से अवगत कटाएंगे सभी शालाओं में समय पर कार्यक्रम संपन्न होने की जवाबदेही जिला परियोजना कार्यालय की होगी।
- ठाष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पूर्व व्यावसायिक शिक्षा / बस्ताविहीन कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु आपले प्राप्त उच्च प्राथमिक शालाओं की सूची के आधार पर जिलेवार चयनित 30-30 उच्च प्राथमिक शालाओं की सूची इस पत्र के साथ संलग्न है। इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन हेतु चयनित प्रत्येक शालाओं को रूपए 10,000 आहरण एवं उपयोग की अनुमति दी जाती है।
- अवकाश के दिनों में बस्ताविहीन कार्यक्रम का अधिकाधिक लाभ लेने का प्रयास किया जाए ताकि पढ़ाई प्रभावित ना हो, बच्चों को निकट के शालाओं में व्यवसायिक शिक्षा संचालित हो रहे केंद्रों में भी भ्रमण करवाते हुए, उन्हें अपने भविष्य के लिए कौशल के चयन की दिशा में सूचना प्रारंभ करा सकते हैं। आशा है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से हमारे सरकारी स्कूलों में उच्च प्राथमिक स्तर पर शालाओं को समुदाय के साथ जोड़ते हुए, नजदीकी से काम करते हुए, विद्यार्थियों को अपने आसपास “कामगारों की दुनिया रोजगार के अवसर एवं श्रम के महत्व को अनुभव करने का बेहतर अवसर मिल सकेगा।
- किसी एक स्थानीय ट्रेड का चयन कर स्थानीय विशेषज्ञ की सेवाएं लेते हुए बच्चों को उस विधा में दक्ष करने हेतु आवश्यक संसाधन एवं व्यवस्थाएं करना एवं उसकी सूचना राज्य को देना।
- प्रत्येक शनिवार को थाला में बस्ताविहीन कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए आसपास की अन्य शालाओं में भी बस्ताविहीन शाला कार्यक्रम के लिए मेंटर के रूप में कार्य कर सकना।
- बच्चों को विभिन्न व्यवसायों से परिचित करवाने हेतु आसपास एक्सपोजर भ्रमण का आयोजन । अपने आस-पास के उन स्थानों को प्राथमिकता दें, जहाँ । कॉलेज के विभिन्न व्यावसायिक कौशल विकास, फैक्टरी, विभिन्न इलेक्ट्रिकल वर्कशॉप, कृषि उपकरण निर्माण इत्यादि स्थानों का चयन करें, जहाँ बच्चे देख कर अपने रुचि अनुकूल भविष्य के लक्ष्य का निर्धारण कर सके।
- लाडलीहुड कॉलेज विजिट कर विभिन्न ट्रेडों से कौशल विकास का अवसर प्रदान करना।
- कोसा उत्पादन केंद्र का भ्रमण ।
- बच्चों को आसपास के सफल व्यक्तित्व से परिचित करवाने प्रेरित करने हेतु अतिथि व्याख्यान ।
- बच्चों द्वाटा तैयार सामग्री की समुदाय के समक्ष प्रदर्शनी एवं बिक्री कर आय प्राप्त करना।
- कैरियर प्लान हेतु कार्यक्रम का आयोजन।
- शिक्षा सत्र के अंत में कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को जिन्होंने विभिन्न व्यावसायिक कौशलों पर जान अर्जित किया है उन्हें संस्था द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा यह प्रमाण पत्र का डिजाइन राज्य कायर्यालय द्वारा सॉफ्ट कॉपी में उपलब्ध कराई जाएगी
“स्कूलों में ऐसी व्यवस्था करना कि एक बार प्राप्त अनुदान से आगे निरंतर स्कूल को किसी व्यवसाय से जुड़कर आय मिलती रहे।”
बच्चों को व्यवसायिक शिक्षा से जोड़ने हेतु हमें विभिन्न स्तरों पर निम्नानुसार काम करना होगा -स्तर एक कक्षा पहिली से पांचवीं तक कार्यानुभव आधारित शिक्षा स्तर दो कक्षा छठवीं से आठवीं तक पूर्व व्यवसायिक शिक्षा
स्तर – 01 से 05 कक्षा पहिली से पांचवीं तक कार्यानुभव आधारित शिक्षा
स्तर – 06 से 08 कक्षा छठवीं से आठवीं तक पूर्व व्यवसायिक शिक्षा
बच्चों को कार्य की दुनिया से परिचय कराकर व्यवसाय से जुड़े मुलभुत कौशल और ज्ञान का विकास।
उपयोगिता प्रमाण पत्र डाउनलोड करें [ Download Now]
इसे भी देखें : –
- PFMS में Vender भुगतान प्रक्रिया
- PFMS के Login IDs
- PFMS में Vendor Entry
- PFMS Account में ड्राइंग लिमिट चेक करें
- PFMS Portal में Mobile/Email Updation.
- PFMS शाला अनुदान नोटशीट प्रारुप
- PFMS Cash Book (रोकड़ पंजी )
- PFMS समस्या समाधान।
- PFMS में ePA Payment Actication

चन्द्रप्रकाश नायक , जो कि वर्तमान में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं . अभी आप Edu Depart में नि:शुल्क मुख्य संपादक के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं .