सत्र 2021-22 के लिये शासकीय शालाओं हेतु शाला अनुदान जारी
समग्र शिक्षा के वार्षिक कार्य योजना एवं बजट 2021- 2022 में राज्य के 43620 प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शासकीय शाला शाला अनुदान की राशि Rs. 11092.60 लाख की स्वीकृति प्रदान की है। शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में शत् प्रतिशत निम्नानुसार राशि संबंधित विद्यालय को जारी किये जाने की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है ।
आपके विद्यालय को कितनी शाला अनुदान राशि जारी की गई है आईये जानते हैं –
राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छ.ग. रायपुर द्वारा उक्त राशि समग्र शिक्षा के प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक स्तर के अनावर्ती मद में कंपोजिट ग्रांट मद से विकलनीय होगी, प्रशासकीय स्वीकृति में उल्लेखित राशि का व्यय जिला स्तर / विकासखंड स्तर एवं अन्य संस्थाओं हेतु निर्धारित आहरण सीमा के अंतर्गत PFMS के माध्यम से किया जाना है । राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छ.ग. रायपुर द्वारा यह राशि एक सप्ताह में क्रियान्वयन एजेंसी (Implementation Agency) को प्रदाय करने आदेशित किया है ।
शाला को प्राप्त राशि व उसको व्यय करने संबंधी विवरण:-
क्र. | मद का नाम | शाला स्तर पर PFMS द्वारा खर्च हेतु राशि | शासन के निर्देशानुसार खर्च हेतु शेष राशि | आदेश |
1. | शाला अनुदान | ₹9350 ₹23375 ₹46750 ₹70125 | ₹650 ₹1625 ₹3250 ₹4875 | Open |
2. | खेलगढ़िया राशि | PS₹1500 MS₹3000 | PS@3500 MS@7000 | Open |
3. | SMC अनुदान | ₹2000 | 0 | Open |
4. | शाला सुरक्षा अनुदान | ₹1000 | ₹1000 | Open |
5. | मीडिया एवं कम्युनिटी मोबालाईजेशन | ₹ 1500 {निरस्त} | 0 | Open |
6. | आत्मसुरक्षा प्रशिक्षण (कराटे प्रशिक्षण) | MS₹5000 HSS₹5000 | ₹5000 | Open |
सत्र 2021-2022 में प्राप्त शाला अनुदान –
सत्र 2021-2022 में स्कूलों लो विभिन्न मदों में राशि प्रदान किया गया है। जिसका उपयोग मद अनुसार आपके द्वारा किया जाना है । नीचे विभिन्न मदों में प्राप्त राशि का विवरण दिया जा रहा है। सत्र 2021-2022 में सभी प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला को निम्नानुसार अनुदान राशि प्राप्त हुई है, अनुदान राशि 6 मदों में प्राप्त हुआ है। इन मदों में राशि अलग अलग किस्तों में स्कूलों को जारी किये गए है -जिसका विवरण नीचे बताया गया है। यहाँ पर प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक शाला को जारी किये गए अनुदान की राशि का विवरण बताया जा रहा है। जो इस प्रकार है –
शाला अनुदान शासनादेश | Download Here |
(1) शाला अनुदान ( School Grant ) –
दर्ज संख्या | जारी राशि |
---|---|
01 से 30 तक | @10000.00 |
31 से 100 तक | @25000.00 |
101 से 250 तक | @50000.00 |
251 से 1000 तक | @75000.00 |
(2) खेलगढ़िया ( Sports Grant ) –
- प्राथमिक (कुल स्वीकृत ₹ 5000 का वर्तमान में 30% की दर से) – ₹ 1500
- पूर्व माध्यमिक (कुल स्वीकृत ₹ 10000 का वर्तमान में 30% की दर से) -₹ 3000
- हाई/हायर सेकेण्डरी (कुल स्वीकृत ₹ 25000 का वर्तमान में 30% की दर से) -₹ 7500
(3) एस एम सी अनुदान (SMC Training & Meeting) –
- प्राथमिक- ₹ 2000
- पूर्व माध्यमिक-₹ 2000
- हाई/हायर सेकेण्डरी – (कुल स्वीकृत ₹ 3000 का वर्तमान में ) ₹ 2410
(4) शाला सुरक्षा अनुदान (School Sefaty Grant) –
- प्राथमिक- ₹ 1000
- पूर्व माध्यमिक-₹ 1000
- हाई/हायर सेकेण्डरी – ₹ 1000
(5) मीडिया एवं कम्युनिटी मोबालाईजेशन –
- प्राथमिक- ₹ 1500
- पूर्व माध्यमिक- ₹ 1500
- हाई/हायर सेकेण्डरी – ₹ 1500
(6) आत्मसुरक्षा प्रशिक्षण (कराटे प्रशिक्षण) चयनित विद्यालयों को (Self Defence)-
- पूर्व माध्यमिक – ₹ 5000
- हाई/हायर सेकेण्डरी – ₹ 5000
(7) योगा ओलम्पियाड(Yoga Olympiad) –
- हाई/हायर सेकेण्डरी – ₹ 1000
खेलगढ़िया राशि के उपयोग हेतु आवश्यक निर्देश:-
- राशि का व्यय समय सीमा अंतर्गत PFMS के माध्यम से करेंगें।
- इस बजट से शासकीय शालाओं में “खेल गढ़िया” नामक कार्यक्रम किया जाना है। इस कार्यक्रम का निम्नलिखित उद्देश्य है।
- बच्चों को विभिन्न खेलों से जोड़ते हुए उन्हें खेल खेलने हेतु प्रोत्साहित करना ।
- स्थानीय खेलों को बढ़ावा देने एवं स्थानीय उपलब्ध संसाधनों से बच्चों को खेलने हेतु अधिकतम सुविधा उपलब्ध करवाना।
- शाला अपनी सुविधा अनुसार अन्य स्थानीय खेलों हेतु भी सामग्री कय कर सकती है।
- उक्त राशि का उपयोग किसी भी स्थिति में 28 फरवरी 2022 तक पूर्ण कर उपयोगिता प्रमाण पत्र दे देना है।
- स्वेच्छा से सहयोग देने को तत्पर हो तो उस खेल को भी बढ़ावा देने हेतु इस बजट सेसामग्री की क्रय की जा सकती है।
- सभी शालाएं अपने यहां की आवश्यकताओं एवं प्राथमिकताओं को ध्यान में रखकर किसी खेल को चुनकर उसमें विशेषज्ञता हासिल करने हेतु रणनीति बनाकर काम कर सकते है।
- ऐसे खेलों को भी ध्यान में रखा जाए, जिन्हें खेलों इंडिया में स्थान दिया गया हो और जोउन खेलों में विशेषज्ञता विकसित करने के लिए प्रारंभिक तौर पर आवश्यक हो।
खेलगढ़िया राशि व्यय निर्देश दिनाँक 07-01-2022 | Download Order |
शाला अनुदान के उपयोग संबंधी नवीन निर्देश :-
नवीन संशोधित निर्देश के अनुसार प्रत्येक शाला को कुल देय अनुदान राशि के 10% राशि का उपयोग स्वच्छता एक्शन प्लान या स्वच्छता क्रियान्वयन योजना(SAP) हेतु व्यय किया जाना है। जैसे- फिनाईल मग बाल्टी, हाथ धुलाई हेतु साबुन इत्यादि की व्यवस्था। स्वच्छता एक्शन प्लान(SAP) की राशि के उपयोग हेतु कोविड माहामारी के चलते राज्य की शालाओं में एकरूपता बनाए रखने के लिए छ.ग. ई-मानक पोर्टल के माध्यम से जिला शिक्षा अधिकारी निम्न सारणी अनुसार स्वच्छता किट के क्रय की कार्यवाही करेंगे एवं संबंधित शाला से भुगतान की कार्यवाही कराया जाना है।
शाला अनुदान व्यय संबंधी संशोधित नवीन निर्देश 👇
SAP के लिये आबंटित 10% के उपयोग का विवरण निचे दिया गया है :-
शाला अनुदान का उपयोग / व्यय हेतु दिशा-निर्देश –
- अनुदान राशि का उपयोग किये जाने के पूर्व शाला प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की जाये एवं बैठक में समिति के सदस्यों को प्राप्त राशि की जानकारी दी जावे। राशि व्यय किये जाने हेतु शाला प्रबंध समिति से चर्चा कर अनुमोदन प्राप्त किया जाए। इसके पश्चात् उक्त राशि की आवश्यकतानुसार एवं प्राथमिकता तय करते हुए व्यय किया जाए।
- छ.ग. भण्डार क्रय नियम का पालन करते हुए क्रय की कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करेंगे।
- सामग्री क्रय उपरांत देयक भुगतान के पूर्व समिति से सामग्री का अवलोकन कराकर एवं अनुमोदन प्राप्त कर भुगतान सुनिश्चित किया जाए। भण्डार क्रय नियम का पालन किया जावे।
- प्रदायित राशि का उपयोग स्टेशनरी एवं अन्य कार्यालयीन उपयोग की सामग्री हेतु व्यय की जावे।
- क्रय की गई सामग्री की प्रविष्टि भण्डार पंजी में अनिवार्यतः किया जावे।
- शाला के सूचना पटल / अहाता में प्राप्त अनुदान राशि एवं व्यय का उल्लेख किया जावे एवं ग्राम सभा में सामाजिक अंकेक्षण कराया जावे।
- प्रदायित अनुदान राशि में से 10 प्रतिशत राशि का उपयोग स्वच्छता एक्शन प्लान (स्वच्छता क्रियान्वयन योजना) हेतु व्यय किया जाना है। इस मद की राशि का उपयोग हेतु शाला प्रबंध समिति से अनुमोदन उपरांत व्यय किया जावे। जैसे शौचालय की स्वच्छता हेतु रनिंग वाटर की उपलब्धता, फिनाईल, मग,बाल्टी, हाथ धुलाई हेतु साबुन इत्यादि की व्यवस्था तथा स्वच्छता एक्शन में व्यय किया जाना एवं व्यय विवरण संधारित करना सुनिश्चित करना।
- शाला अनुदान राशि के उपयोग के लिए प्राथमिकता बच्चों को सीखने से संबंधित माहौल बनाने हेतु की जाए। इस दिशा में आप निम्नलिखित बिन्दुओं में कार्य कर सकते हैं –
- शाला का रंग-रोगन कर आकर्षक बनाना।
- शाला में प्रिंट रिच वातावरण एवं आसपास से सीखने का माहौल बनाना।
- बच्चों के लिए लर्निंग कार्नर्स तैयार करना।
- प्रत्येक बच्चों की उपलब्धि के रिकार्ड रखने पोर्टफोलियो संधारण ।
- बच्चों को सीखने में सहायता करने विभिन्न सहायक शिक्षण सामग्री एवं आडियो-वीडियो सामग्री।
- बच्चों को अभ्यास के लिए कोरे कागज जिसे प्रत्येक बच्चे के नाम से पोर्ट फोलियो बनाकर संधारित रखा जाए ताकि वैकल्पिक केन्द्रों में बच्चों की नियमित पढ़ाई की स्थिति से अवगत हुआ जा सके।
- बच्चों के लिए कार्य पत्रक / वर्कशीट्स / अभ्यास कार्य की प्रतियां निकाल कर साझा करना। बच्चों से विभिन्न रचनात्मक कार्यों के लिए कलर पेंसिल क्रेयान, ड्राइंगशीट, रबर, पेंसिल, स्लेट आदि।
- शाला में सुरक्षा संबंधी संसाधन भी आवश्यक रूप से रखे जाने चाहिए। भवन में क्रेक, बिजली से खुले तार, पानी की टंकी की सफाई के साथ साथ सुरक्षा आडिट कराते हुए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए।
- शाला अनुदान की राशि को सही तरीके से शाला विकास में व्यय करने हेतु दीर्घ अवधि की कार्ययोजना बनाकर चरणबद्ध तरीके से कार्य को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
साथ ही उक्त राशि का उपयोग किसी भी स्थिति में 31 मार्च 2022 तक पूर्ण कर इसका उपयोगिता प्रमाण पत्र निर्धारित प्रारूप में जिला शिक्षा अधिकारी सह जिला परियोजना अधिकारी, प्राचार्यों से प्राप्त कर राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छ.ग. रायपुर को भेजने निर्देशित किया गया है ।
शाला अनुदान उपयोगिता प्रमाण पत्र
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एस. एस. पटेल , जो कि वर्तमान में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं . अभी आप Edu Depart में नि:शुल्क मुख्य संपादक के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं .