Shikshak Parv-2022 : शिक्षक पर्व के आयोजन के क्या हैं निर्देश ?

Shikshak Parv : राष्ट्रीय शिक्षा नीति NEP 2020 का उद्देश्य हर स्तर पर सभी को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करके भारतीय शिक्षा प्रणाली में बदलाव लाना है। एनईपी के तत्वावधान में, स्कूली शिक्षा में विभिन्न बदलाव किए जा रहे हैं ताकि पाठ्यक्रम, शिक्षा और उच्च प्राथमिकता के आधार पर मूल्यांकन में योग्यता-आधारित विजन की ओर बदलाव किया जा सके। योग्यता-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कूल स्तर पर शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया को बदलने की दिशा में पहले ही कई पहल की जा चुकी हैं। ये सभी पहल कक्षाओं में नई शिक्षा को तेजी से शामिल कर रही हैं और शिक्षा के माध्यम से विकासशील दक्षताओं को प्राथमिकता दे रही हैं।

Shikshak Parv-2022

शिक्षक पर्व 2022

Link for Website – https://innovateindia.mygov.in/shikshak-parv-2022/

NEP 2020 शिक्षा प्रणाली में मूलभूत सुधारों के कार्यन्वन में शिक्षकों की केंद्रीय भूमिका को मान्यता देता है। एनईपी को लागू करने की प्रक्रिया में इन फ्रंटलाइन हितधारकों के साथ सहयोग करना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है। इसलिए, उन संसाधनों का विस्तार करने के लिए जो रटने के तरीकों से अधिक कौशल और योग्यता-आधारित शिक्षा में बदलाव का समर्थन करते हैं, शिक्षा मंत्रालय देश भर के सभी शिक्षकों इस चैलेंज में भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है।

इस चैलेंज के तहत, शिक्षक माईगव ऐप पर स्वयं डिज़ाइन किया गया योग्यता-आधारित परीक्षा/मूल्यांकन प्रविष्टि प्रस्तुत करेंगे। सबमिशन की समीक्षा की जाएगी और शिक्षा मंत्रालय और एनसीईआरटी द्वारा शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। चयनित प्रविष्टियां प्रदान करने वाले शिक्षकों को NCERT द्वारा एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा और संबंधित सबमिशन को एक साथ संकलित करके योग्यता-आधारित आइटम बैंक का भंडार बनाया जाएगा।

शिक्षकों से अनुरोध किया जाता है कि वे उस डोमेन का उल्लेख करने के लिए पाठ्यक्रम का अध्ययन करें जिसके साथ आइटम जुड़ा हुआ है। प्रारंभिक,  माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक कक्षाओं के स्तर पर NCERT और राज्य बोर्डों द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम को डोमेन का हवाला देते हुए संदर्भित किया जा सकता है।

प्राथमिक, माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक कक्षाओं के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम का उपयोग करने के लिए, कृपया लिंक का उपयोग करें- https://ncert.nic.in/syllabus.php

यह चैलेंज शिक्षकों से उनकी जमीनी हकीकत और आवश्यकताओं के आधार पर अंतर्दृष्टि इकट्ठा करने में मदद करेगी। इस प्रकार विकसित किए गए परीक्षण आइटम/प्रश्न, स्कूली शिक्षा प्रणाली में आकलन की संस्कृति को एक योगात्मक से स्थानांतरित करने में मदद करेंगे और प्राथमिक रूप से रटने के कौशल को अधिक नियमित और रचनात्मक बनाने के लिए परीक्षण करेंगे। अधिक योग्यता-आधारित आकलन की शुरूआत हमारे छात्रों के लिए जुड़ाव, सीखने और विकास को बढ़ावा देगी, और विश्लेषण, महत्वपूर्ण सोच और वैचारिक स्पष्टता जैसे उच्च-क्रम कौशल का परीक्षण करेगी।

हम शिक्षण-सीखने की प्रक्रिया में बदलाव के लिए इनोवेटिव और चुनौतीपूर्ण मूल्यांकन आइटम बनाकर इस चुनौती में भाग लेने के लिए शिक्षकों को आमंत्रित करके शिक्षक दिवस 2022 मना रहे हैं।

नियम और शर्ते

  • सबमिशन विभिन्न ग्रेडों को कवर करते हुए विभिन्न विषयों की दक्षताओं के अनुरूप होना चाहिए।
  • शिक्षकों से अनुरोध है कि वे उस क्षेत्र का उल्लेख करने के लिए पाठ्यक्रम का अध्ययन करें जिसके साथ आइटम का जुड़ाव है।
  • प्रारंभिक, माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक कक्षाओं के स्तर पर एनसीईआरटी और राज्य बोर्डों द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम को डोमेन का हवाला देते हुए संदर्भित किया जा सकता है। प्राथमिक, माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक कक्षाओं के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम तक पहुँचने के लिए, कृपया लिंक का उपयोग करें- https://ncert.nic.in/syllabus.php
  • प्रत्येक स्कूल अलग-अलग ग्रेड को कवर करते हुए, विभिन्न विषयों के सीखने के परिणामों के आधार पर लगभग तीन आइटम/प्रश्न तैयार करने का प्रयास कर सकता है।
  • प्रत्येक स्कूल आधारभूत चरण (कक्षा 1-2), प्रारंभिक (कक्षा 3-5), मध्य (कक्षा 6-8) और माध्यमिक (कक्षा 9-12) के लिए प्रश्न तैयार कर सकता है।
  • सबमिशन निम्नलिखित टेम्पलेट में जमा किया जाना चाहिए। यहां क्लिक करें
  • एनसीईआरटी द्वारा प्रतिभागियों की प्रविष्टि का उपयोग किया जा सकता है।
  • सबमिशन मेनू के अनुसार किसी भी भाषा में हो सकता है
  • पीडीएफ और डॉक के प्रारूप में प्रस्तुतियाँ स्वीकार्य हैं।
  • सबमिशन पढ़ने योग्य और देखने में स्पष्ट होनी चाहिए।
  • कृपया ध्यान दें कि सबमिशन मूल होना चाहिए और भारतीय कॉपीराइट अधिनियम, 1957 के किसी भी प्रावधान का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। किसी को भी दूसरों के कॉपीराइट का उल्लंघन करते हुए पाया जाएगा, उसे चैलेंज से अयोग्य घोषित किया जाएगा।
  • सबमिशन के मुख्य भाग में प्रतिभागी का नाम/ईमेल/फोन नंबर का उल्लेख होने पर प्रविष्टि अयोग्य हो जाएगी। प्रतिभागियों को केवल पीडीएफ या डॉक में अपने विवरण का उल्लेख करना चाहिए।

पात्रता मापदंड

  • यह चैलेंज भारत के सभी स्कूलों के शिक्षकों के लिए खुली है।
  • प्रतिभागियों को माईगव पर पंजीकरण प्रक्रिया को पूरा करना आवश्यक है।

समयसीमा

सबमिशन 6 से 26 सितंबर 2022 के बीच ही स्वीकार किए जाएंगे।

हमारी तैयारी –

शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा शिक्षक पर्व 2022 के आयोजन हेतु दिशा निर्देश जारी किया गया है | माह सितंबर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाना है जिसके तहत-

  • माह सितंबर में प्रतिदिन नवाचारी शिक्षण शास्त्र का उपयोग कर प्रत्येक शाला में कम से कम एक प्रदर्शन पाठ का आयोजन।
  • बड़ी कक्षाओं के विद्यार्थियों द्वारा अध्यापक की भूमिका निभाना।
  • आनलाइन आईटम बैंक में लर्निंग आउटकम आधारित प्रश्नों को अपलोड करना।
  • नवाचारी शिक्षण पद्धति का उपयोग कर अध्यापन कर रहे शिक्षकों के वीडियो अपलोड करना ।

उपरोक्त गतिविधियों का विवरण इस नीचे दिया गया है । जिसे सभी शालाओं में आयोजित करना है ।

शिक्षक पर्व 2022 दिशा-निर्देशClick Here
शिक्षक पर्व 202

शिक्षक पर्व 2022 के आयोजन हेतु दिशा निर्देश

राज्य में इस वर्ष शिक्षक पर्व के अंतर्गत निम्नलिखित कार्यों का आयोजन सभी शालाओं में किया जाना है:-

  1. संकुल की प्रत्येक शाला में एक दिन एक घंटे का विशेष कार्यक्रम आयोजित करते हुए नवाचारी शिक्षण शास्त्र का उपयोग कर प्रदर्शन पाठ एवं उन पर चर्चाओं का आयोजन।
  2. शाला में बड़ी कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा शिक्षक की भूमिका निभाना ।
  3. आइटम बैंक के लिए लर्निंग आउटकम आधारित प्रश्नों का निर्माण करना।
  4. नवाचारी शिक्षण शास्त्र आधारित पाठों को विद्या अमृत पोर्टल में अपलोड करना।

01.प्रत्येक शाला में नवाचारी शिक्षण शास्त्र का उपयोग एवं चर्चा-

  1. विकासखंड एवं संकुल स्तर पर डाईट के मार्गदर्शन में प्रदर्शन पाठ के लिए एक समय सारिणी बनाकर सभी शिक्षकों को सूचित किया जाए।
  2. 30 सितंबर, 2022 तक प्रतिदिन संकुल के कौन सी शाला में कौन कौन से शिक्षक अपने नवाचारी शिक्षक प्रविधि का प्रदर्शन करेंगे, इसकी जानकारी एवं सूचना संकुल के सभी शालाओं को देते हुए शिक्षकों को उनकी इच्छा के प्रदर्शन पाठ देखने हेतु आमंत्रित करें।
  3. प्रदर्शन पाठ के लिए चयनित शिक्षक पूरी तैयारी के साथ अपने पाठ का प्रदर्शन अपने संकुल के अन्य शिक्षक साथियों के समक्ष करेंगे। बच्चों के समक्ष आयोजित इस एक घंटे के इस प्रदर्शन पाठ के बाद सभी शिक्षक साथी अलग से इस प्रदर्शन पाठ पर विस्तार से चर्चा का आयोजन करेंगे।
  4. संकुल स्तर पर नवाचारी शिक्षण शास्त्र के उपयोग हेतु आप Toy pedagogy, Peer learning strategies, play way method, activity-based learning, teaching through arts education, project-based learning, experiential learning, collaborative learning, technology to connect जैसे विभिन्न शिक्षण शास्त्र का उपयोग कर विभिन्न लर्निंग आउटकम को सिखाने हेतु प्रदर्शन पाठ पूरी तैयारी के साथ प्रस्तुत करें।
  5. प्रत्येक पाठ के चार पांच फोटो एवं उस पाठ के संबंध में विवरण 500 से कम शब्दों में लिखकर विद्या अमृत पोर्टल में अपलोड करें। इसका लिंक आपको टेलीग्राम के चैनल में अलग से भेजा जाएगा।

02.शाला में बड़ी कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा शिक्षक की भूमिका निभाना-

  1. शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों के सम्मान में बड़ी कक्षाओं के शिक्षक शाला में स्वयं शिक्षक बनकर अपने सहपाठियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी दें।
  2. वैसे बड़ी कक्षाओं के विद्यार्थियों को अलग-अलग टॉपिक पहले से बांटकर बारी बारी से उन्हें पूरी तैयारी के साथ कक्षा में अध्यापन का अवसर देने की परिपाटी शुरू करें।
  3. प्राथमिक स्तर पर कक्षा 5 के बच्चों से छोटी कक्षाओं में अध्यापन करवाया जा सकता है।
  4. इस प्रकार बच्चों द्वारा पढाए जा रहे पाठ hashtag #humareyteachersabsaybest के साथ ट्वीट कर प्रचार-प्रसार करें।

03.आइटम बैंक के लिए लर्निंग आउटकम आधारित प्रश्नों का निर्माण-

  1. सभी शालाओं को विभिन्न लर्निंग आउटकम के आधार पर कुछ प्रश्न बनाने की जिम्मेदारी इस शिक्षा पर्व के अंतर्गत दी गयी है।
  2. ये प्रश्न फॉउन्डेशनल स्टेज (कक्षा एक एवं दो), प्रिपरेटरी स्टेज (कक्षा तीन से पांच), मिडल स्टेज (कक्षा छठवीं से आठवीं), सेकन्डरी स्टेज (कक्षा नवमीं से बारहवीं) से संबंधित कक्षाओं के लिए तैयार किए जाएंगे।
  3. शाला स्तर से कम से कम बारह प्रश्न को संकुल में भेजते हुए, संकुल समन्वयक उनमें से बेस्ट प्रश्नों को चुनकर विकासखंड स्रोत समन्वयक को एवं उनके द्वारा प्रश्नों का चयन कर डाईट एवं डाईट से फिर एससीईआरटी को भेजा जाना होगा।
  4. शिक्षक इस प्रकार से प्रश्न तैयार कर 26 सितंबर, 2022 तक संकुलों को भेज सकेंगे | इनसे संबंधित अन्य आवश्यक जानकारियाँ SCERT एवं DIET के माध्यम से दी जाएँगी | सभी शालाएं अपने अपने स्तर पर बेस्ट प्रश्न बनाकर रखें।
  5. प्रश्न पत्र निर्माण के लिए SCERT द्वारा गाइडलाइन भी भेजा जाएगा जिसके आधार पर आप बेहतर प्रश्न तैयार कर प्रतियोगिता के लिए भेज सकेंगे। +
  6. इस प्रकार चयनित प्रश्नों को NCERT द्वारा सर्टिफिकेट भी उपलब्ध करवाया जाएगा | इस कार्यक्रम में अंतर्गत कुल 28000 प्रश्नों का संकलन किया जाना है।

04.नवाचारी शिक्षण शास्त्र आधारित पाठों को विद्या अमृत पोर्टल में अपलोड करना-

  1. शिक्षकों को अपने नवाचारी शिक्षण प्रविधियों का उपयोग कर किए गए प्रदर्शन पाठों को विद्या अमृत पोर्टल में अपलोड करना है।
  2. इस पोर्टल में अपलोड हुए वीडियो की दर्शकों का रेटिंग की जाएगी
  3. वीडियो अपलोड करने की प्रक्रिया संबंधी जानकारी आपको टेलीग्राम के समग्र शिक्षा अकादमिक चैनल से मिल सकेगी
  4. https://t.me/CGSAMAGRASHIKSHAACADEMICINFO
शिक्षक पर्व Shikshak Parv
शिक्षक पर्व Shikshak Parv

Shikshak Parv, Shikshak Parv, Shikshak Parv, Shikshak Parv, Shikshak Parv, Shikshak Parv, Shikshak Parv, Shikshak Parv, Shikshak Parv

error: Content is protected !!