Fln Program Chhalaang-मूलभूत दक्षताओं के विकास के लिये कार्यक्रम ‘छलांग’ 2023-24

Fln Program Chhalaang : मूलभूत साक्षरता एवं गणितीय कौशल विकास से संबंधित लक्ष्यों को सभी बच्चों में 2026-27 तक प्राप्त करने के लिए ‘छलांग’ कार्यक्रम लाया गया है | अभी हमारे राज्य में NAS एवं ASER सर्वे में हमारी स्थिति बहुत खराब दिखाई देती है और हम लक्ष्य से बहुत दूर हैं, अतः जिस गति से हम चल रहे हैं वैसे ही चलते रहेंगे तो निर्धारित समय सीमा में हम कभी भी लक्ष्य के करीब भी नहीं पहुंच सकेंगे | हमें छलांग लगाने की आवश्यकता है ताकि टीम वर्क से एक साथ मिलकर हम अपने राज्य में बच्चों की स्थिति में कम समय में ही आशातीत सुधार दिखा सकें | इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर छत्तीसगढ़ में निपुण भारत Fln Program Chhalaang कार्यक्रम को ‘छलांग (Chhattisgarh Language and Numeracy Gain CHHALANG)’ के नाम से संचालित किये जाने का निर्णय लिया गया है |

FLN-मूलभूत दक्षताओं के विकास के लिये कार्यक्रम ‘छलांग’

[Fln Program Chhalaang]

Fln Program Chhalaang
Fln Program Chhalaang

छलांग कार्यक्रम हेतु लक्ष्य समूहः

मूलभूत साक्षरता एवं गणितीय कौशल विकास Fln Program Chhalaang) हेतु छलांग कार्यक्रम में लक्ष्य समूह इस प्रकार होगा-

  • आँगनबाडी में अंतिम वर्ष एवं बालवाडी में अध्ययन कर रहे सभी बच्चे
  • कक्षा पहली से तीसरी तक अध्ययन कर रहे बच्चे
  • आपके क्षेत्र में छह से नौ आयु वर्ग के सभी बच्चे भले ही वे स्कूल में दर्ज न हों (शाला त्यागी / अप्रवेशी)
  • आगे की कक्षाओं के बच्चे यदि उनकी बुनियादी दक्षताएं कमजोर हों
  • विशेष आवश्यकता वाले बच्चे जिन्हें सीखने हेतु विशेष तौर-तरीकों की आवश्यकता हो (CWSN)

चयनित लर्निंग आउटकम-

Fln Program Chhalaang कार्यक्रम के अंतर्गत प्रथम चरण में राज्य में कक्षा तीन तक के सभी बच्चों में निम्नलिखित दक्षताओं को हासिल करवाना है-

बालवाटिका 5-6 आयु वर्ग-

  • भाषा-
    • अक्षरों एवं संगत ध्वनियों को पहचानना,
    • कम से कम दो अक्षर वाले सरल शब्दों को पढ़ना
  • गणित –
    • 10 तक के अंकों को पहचानना और पढ़ना
    • एक क्रम में घटनाओं की संख्या, वस्तुओं, आकृतियों, घटनाओं को व्यवस्थित करना

कक्षा एक 6-7 आयु वर्ग-

  • भाषा-
    • उम्र के अनुसार छोटे अपरिचित पाठ से वाक्य जिनमें चार-पांच सरल शब्द हों, अर्थ समझकर पढ़ पाना
  • गणित –
    • 99 तक की संख्याएं पढ़े और लिखे
    • सरल जोड़ और घटाव कर सके

कक्षा दो 7-8 आयु वर्ग-

  • भाषा-
    • अर्थ समझते हुए किसि पैरा को 40-60 शब्द प्रति मिनट की स्पीड से पढ़ सकता है।
  • गणित –
    • 999 तक की संख्याएं पढ़े और लिखे
    • 99 तक की संख्याएं घटा सकते हैं।

कक्षा तीन 8-9 आयु वर्ग

  • भाषा-
    • अर्थ समझते हुए किसी पैरा को 60 शब्द प्रति मिनट की स्पीड से पढ़ सकता है।
  • गणित –
    • 9999 तक की संख्याएं पढ़े और लिखे सरल गुणा की समस्याओं को हल कर सकना

प्रत्येक कक्षा में हिन्दी एंव गणित में केवल दो-दो दक्षताओं पर ध्यान देना है| हमारे पास संकुल समन्वयक एवं बच्चों को सिखाने हेतु शिक्षकों की बढ़िया टीम है जो थोड़ा ध्यान देकर काम करें तो हमारा राज्य बुनियादी दक्षताओं के मामले में Fln Program Chhalaang लगा सकता है|

छलांग कार्यक्रम हेतु गतिविधियाँ

Fln Program Chhalaang-मूलभूत दक्षताओं के विकास के लिये कार्यक्रम 'छलांग' 2023-24

Fln Program Chhalaang छलांग कार्यक्रम के अंतर्गत मूलभूत साक्षरता एवं गणितीय कौशल विकास (FLN) से संबंधित लक्ष्यों को कम से कम समय में प्राप्त करने हेतु निम्नलिखित प्रयास करने होंगे-

  • प्रत्येक संकुल में भाषा एवं गणित के लिए एक एक मेंटर को अपने संकुल में FLN के लक्ष्य प्राप्ति की पूरी जिम्मेदारी देनी होगी।
  • संकुल स्तर पर मेंटर और मेंटी आपस में मिलकर अपने संकुल के सभी स्कूल एवं क्षेत्र के लक्ष्य समूह की पहचान कर उनमें निर्धारित दक्षताएं प्राप्त करने हेतु समय सीमा का निर्धारण कर कार्य करेंगे ।
  • इस कार्यक्रम के लिए 40 दिन का चैलेन्ज जैसा नाम देकर काम शुरू करना होगा ।
  • आपकी अनुपस्थिति एवं अन्य कार्यों में व्यस्तता के दौरान भी बच्चों को विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रखने हेतु समुदाय से, माताओं से एवं बड़ी कक्षाओं के बच्चों से सहयोग लेना होगा।
  • संकुल स्तर पर प्रत्येक कक्षा में भाषा एवं गणित के लिए निर्धारित दक्षताओं को सीखने के लिए आसान एवं प्रभावी गतिविधियों का संकलन करना होगा।
  • प्रत्येक दक्षता पर बच्चों के साथ अभ्यास के लिए भी ढेर सारे उदाहरण एवं अभ्यास सामग्री मिलकर तैयार करना होगा ।
  • मुस्कान पुस्तकालय में उपलब्ध पठन सामग्री को प्रतिदिन प्रत्येक बच्चे को पढने का अवसर देना होगा ।
  • समझ के स्तर की जाँच के लिए कुछ प्रश्न पूछकर देखना होगा ।
  • बच्चों द्वारा नियमित पठन के अभ्यास हेतु सौ दिन सौ कहानियाँ जैसे कार्यक्रम का संचालन करना होगा ।
  • शाला प्रबन्धन समिति, पालकों, बड़ी कक्षा के विद्यार्थियों एवं शिक्षा में रूचि लेने वाली टीम को क्षेत्र में बच्चों की नियमित उपस्थिति, शाला से बाहर के बच्चों को इन दक्षताओं को सीखने के अवसर देने हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं करना होगा ।
  • बड़ी कक्षा के विद्यार्थियों को आंगनबाडी से लेकर कक्षा तीन तक कुल बच्चों की संख्या के आधार पर एक एक बड़े बच्चे के पास अधिकतम पांच पांच बच्चों को सिखाने, अभ्यास करवाते हुए आकलन कर दक्षता हासिल की जिम्मेदारी देनी होगी।
  • प्रत्येक दक्षता की जाँच अथवा आकलन के लिए भी ढेर सारे प्रश्न बनाकर एवं छोटी कक्षाओं में शिक्षक पॉकेट बोर्ड एवं फ्लैश कार्ड का उपयोग करना होगा ।

कार्यक्रम में हितग्राहियों को सक्रिय सहभागिता-

  • कक्षा शिक्षक एवं प्रधान पाठक 40 दिनों तक नियमित अध्यापन के साथ चयनित बिन्दुओं पर फोकस होकर कार्यशाला तक कार्य करना होगा ।
  • संकुल प्राचार्य एवं संकुल / विकासखंड स्रोत समन्वयक प्रत्येक शाला में कार्यक्रम क्रियान्वयन में सहयोग करना होगा ।
  • शाला प्रबन्धन समिति, सीखने में सहयोग देने वाले व समुदाय का सहयोग लेना होगा ।
  • बच्चों की नियमित उपस्थिति एवं विशेष कोचिंग की व्यवस्था करनी होगी ।
  • बड़ी कक्षाओं के बच्चों के साथ नियमित अभ्यास कार्य करना होगा ।
  • प्रत्येक दक्षता हासिल करने हेतु आकलन स्थानीय भाषा के जानकार समुदाय के सहयोग से बच्चों को उनकी भाषा में सिखाने हेतु प्रयास करना होगा ।
  • ऐसे बच्चों को जिन्हें उन दक्षताओं को सीखने समझने की आवश्यकता है, के साथ जोड़ी बनाकर एक दूसरे से सीखने के अवसर देते हुए शत-प्रतिशत बच्चों में सभी दक्षताएं हासिल करवाने का प्रयास करना होगा ।
  • यदि कोई दक्षता ऐसी है जिसे अधिकांश बच्चे नहीं कर पा रहे हैं, उन पर फिर से कुछ नए तरीकों से काम करने की आवश्यकता है तो प्रयास करना होगा ।
  • उद्देश्य यह है कि हमें अपने क्षेत्र के शत प्रतिशत बच्चों में इन दक्षताओं को हासिल करवाना होगा।
  • इस दौरान हो सकता है कि बहुत सी दक्षताएं ऐसी हो जो पिछली कक्षाओं की हो पर बच्चों को अगली कक्षा में पुनः सिखाना होगा ।
  • ऐसा नहीं करने पर वे आगे की दक्षताओं पर अपनी समझ विकमित नहीं कर पाएंगे.
  • छलांग कार्यक्रम के माध्यम से आपके क्षेत्र के प्रत्येक बच्चे चाहे वह स्कूल जा रहे हों या स्कूल से बाहर हों, सबको निर्धारित दक्षताएं शीघ्रताशीघ्र हासिल करवाने का प्रयास करना होगा ।
  • हमें इस कार्य को ऐसे करना होगा कि एक भी बच्चा पीछे न छुटे।

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