Head Mastermiddle Lecturer Promotion : व्याख्याता/प्रधान पाठक(मिडिल) पदोन्नति पश्चात वेतन निर्धारण

Head Mastermiddle Lecturer Promotion : व्याख्याता (Lecturer) या प्रधान पाठक (Principal Teacher) (मिडिल) के पद पर पदोन्नति के बाद वेतन निर्धारण का तरीका विभिन्न कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि राज्य का वेतनमान, 7वें वेतन आयोग के दिशा-निर्देश, और विभागीय नियम। पदोन्नति के बाद वेतन निर्धारण की प्रक्रिया आम तौर पर निम्नलिखित चरणों में होती है:

1. नियमित वेतन में वृद्धि:

  • पदोन्नति के बाद, कर्मचारी का बेसिक पे (Basic Pay) उस पद के ग्रेड पे (Grade Pay) और पे लेवल (Pay Level) के अनुसार पुनः निर्धारित किया जाता है।
  • उदाहरण के लिए, अगर प्रधान पाठक या व्याख्याता का पे लेवल 7 (Pay Level 7) में है, तो उसका वेतन उस लेवल के अनुसार सेट किया जाएगा।

2. पदोन्नति में वृद्धि (Increment):

  • पदोन्नति के समय वेतन में एक अतिरिक्त नियमित वार्षिक वृद्धि (Increment) दी जाती है, जो आम तौर पर बेसिक पे का 3% होता है।
  • इसके बाद नया बेसिक पे निर्धारित होता है, जो नए पद के ग्रेड पे के अनुसार लागू होता है।

3. ग्रेड पे और पे लेवल का निर्धारण:

  • हर पद के लिए एक अलग ग्रेड पे और पे लेवल निर्धारित होता है, जैसे कि व्याख्याता के लिए पे लेवल 7 या 8, और प्रधान पाठक (मिडिल) के लिए भी अलग लेवल हो सकता है।
  • नए पद के ग्रेड पे और बेसिक पे को जोड़कर कर्मचारी का नया वेतन तय किया जाता है।

4. भत्ते (Allowances):

  • पदोन्नति के बाद, वेतन में महंगाई भत्ता (Dearness Allowance – DA), गृह किराया भत्ता (House Rent Allowance – HRA), और अन्य भत्ते भी नए वेतन के अनुसार पुनः निर्धारित किए जाते हैं।
  • जैसे-जैसे बेसिक पे बढ़ता है, भत्तों की राशि भी उसी अनुपात में बढ़ जाती है।

5. पदोन्नति का प्रभाव:

  • पदोन्नति से न केवल वेतन में वृद्धि होती है, बल्कि इससे भविष्य में मिलने वाली वार्षिक वेतन वृद्धि भी उच्च बेसिक पे पर आधारित होती है, जो आगे जाकर कुल वेतन में वृद्धि लाती है।

6. नोटिफिकेशन और विभागीय आदेश:

  • पदोन्नति के बाद वेतन निर्धारण का अंतिम आदेश विभागीय स्तर पर किया जाता है, और इसके लिए एक अधिसूचना जारी की जाती है।
  • इस अधिसूचना में नए पद के हिसाब से वेतन की पूरी जानकारी, पे लेवल और ग्रेड पे का विवरण दिया जाता है।

Head Mastermiddle Lecturer Promotion

वेतन लेवल निर्धारण

  • वेतन पुनरीक्षण नियम-2017 के तहत शिक्षक (वेतन लेवल-8) की पदोन्नति प्रधान पाठक(मिडिल)/व्याख्याता के पद वेतन लेवल-9 पर होता है।
  • साथ ही शिक्षक (ग्रेड पे-4200) की पदोन्नति प्रधान पाठक(मिडिल)/व्याख्याता (ग्रेड पे-4300)के पद पर होता है।

वेतनमान निर्धारण चार्ट विवरण

प्रधान पाठक वेतनमान चार्टPdf Download
व्याख्याता/प्रधान पाठक(मिडिल)

वर्तमान में शिक्षक संवर्ग की पदोन्नति प्रधान पाठक(मिडिल)/व्याख्याता के पद में होनी है जिसके लिये वेतन निर्धारण क्या और कैसे होगा उसको इस चार्ट द्वारा विस्तार से बताया गया है।

मौजुदा मूलवेतन शिक्षक(LB)

इस कॉलम में वर्तमान में प्राप्त मूलवेतन को दर्शाया गया है। जिसके आधार पर अगले लेवल के मूलवेतन का निर्धारण किया गया है। चूँकि किसी पद में 6 महिने या 180 दिन से अधिक सेवा अवधि पूरी हो जाती है तो वेतनवृद्धि की पात्रता होती है। इस आधार पर 1 जुलाई 2018 को संविलियन होने के पश्चात हर साल जुलाई माह में इंक्रीमेंट देय होता है। अत: पदोन्नति पश्चात इंक्रीमेंट के साथ अगले लेवल के मूलवेतन का निर्धारण होता है।

मौजुदा कुल वेतन@42DA

इस कॉलम में वर्तमान में प्राप्त कुलवेतन को दर्शाया गया है। जिसमें DA, HRA, OA व MA शामिल है ।

कटौती पश्चात मौजुदा कुल प्राप्त वेतन

इस कॉलम में वर्तमान में प्राप्त कुलवेतन में साथ GPF/CPF व GIS कटौती के पश्चात हमारे खाते में जमा होने वाली राशि को दर्शाया गया है ।

पदोन्नत पश्चात प्रधान पाठक मूलवेतन

सहायक शिक्षक(एल.बी.) संवर्ग के शिक्षकों का पदोन्नत पश्चात मूलवेतन का निर्धारण लेवल-8 के मौजुदा मूलवेतन में एक इंक्रीमेंट के साथ अगले मूल के अनुसार लेवल-9 के मूल का निर्धारण होता है।

जैसे:-

2006 से 2008 नियुक्ति पर मूलवेतन-

  • सहायक शिक्षक कि पदोन्नति प्रधान पाठक के पद पर होने पर 2006 से लेकर 2008 तक नियुक्त सभी सहायक शिक्षकों का मूल 35400 से कम था अत: इन सभी वर्षों में नियुक्त शिक्षकों का लेवल-8 में वह राशि 35400 हुआ था जिस पर नये पद का मूलवेतन निर्धारण हुआ था ।
  • पर 2006 से लेकर 2008 तक नियुक्त शिक्षक जिनका HM मिडिल/व्याख्याता में प्रमोशन होना है उनके मामले में ऐसा नहीं होगा क्योंकि दोनों के मूल वेतन में वो अंतर नहीं है जो सहायक शिक्षक कि पदोन्नति प्रधान पाठक में है|
  • इन शिक्षकों का मूल वेतन अभी 2022 में इंक्रीमेंट के साथ……
    • 2008 नियुक्ति – 42300 है उसके 1 इंक्रीमेंट देय पर मूल 43600 हो जायेगा। जो लेवल-9 में 43600 के बराबर या उससे उच्चतर राशि पर नया मूलवेतन तय होगा । लेवल-9 में वह राशि 44100 होगा जिस पर नये पद का मूलवेतन निर्धारण होगा ।
    • 2007 नियुक्ति – 43600 है उसके 1 इंक्रीमेंट देय पर मूल 44900 हो जायेगा। जो लेवल-9 में 44900 के बराबर या उससे उच्चतर राशि पर नया मूलवेतन तय होगा । लेवल-9 में वह राशि 45400 होगा जिस पर नये पद का मूलवेतन निर्धारण होगा ।
    • 2006 नियुक्ति – 44900 है उसके 1 इंक्रीमेंट देय पर मूल 46200 हो जायेगा। जो लेवल-9 में 46200 के बराबर या उससे उच्चतर राशि पर नया मूलवेतन तय होगा । लेवल-9 में वह राशि 46800 होगा जिस पर नये पद का मूलवेतन निर्धारण होगा ।

2005 नियुक्ति पर मूलवेतन-

  • 2005 नियुक्ति वाले शिक्षकों का मूल वेतन अभी 2022 में इंक्रीमेंट के साथ 46200 है उसके 1 इंक्रीमेंट देय पर मूल 47600 हो जायेगा। जो लेवल-9 में 47600 के बराबर या उससे उच्चतर राशि पर नया मूलवेतन तय होगा । लेवल-9 में वह राशि 48200 होगा जिस पर नये पद का मूलवेतन निर्धारण होगा ।
  • अतः 2005 नियुक्ति वाले शिक्षकों का मूल वेतन प्रधान पाठक में पदोन्नति पश्चात 48200 होगा।

2003-2004 नियुक्ति पर मूलवेतन-

  • उसके बाद 2003-2004 वालों का मौजुदा मूल वेतन इंक्रीमेंट के साथ 47600 है जिसका 1 इंक्रीमेंट पश्चात मूल 49000 होगा जो लेवल-9 में राशि 49600 के मूल पर वेतन का निर्धारण होगा।

2001-2002 नियुक्ति पर मूलवेतन-

  • उसके बाद 2001-2002 वालों का मौजुदा मूल वेतन इंक्रीमेंट के साथ 49000 है जिसका 1 इंक्रीमेंट पश्चात मूल 50500 होगा जो लेवल-9 में राशि 51100 के मूल पर वेतन का निर्धारण होगा।

1998-99-2000 नियुक्ति पर मूलवेतन-

  • उसी प्रकार 1998-1999-2000 वालों का मूल वेतन इंक्रीमेंट के साथ 50500 है जिसका 1 इंक्रीमेंट पश्चात मूल 52000 होगा जो अगले लेवल-9 में राशि 52600 के मूल पर नये वेतन का निर्धारण होगा।

पदोन्नति पश्चात मूलवेतन(प्रधान पाठक मिडिल)

इस कॉलम में पदोन्नति पश्चात नये मूलवेतन को दर्शाया गया है।

पदोन्नति पश्चात कुल वेतन

अब आपको पदोन्नत पश्चात लेवल-9 का मूलवेतन पता है तो इसके आधार पर आप अपना वेतन गणना कर सकते हैं ।जो कि नियुक्ति वर्ष अनुसार चार्ट में दिया गया है।

पदोन्नति पश्चात प्राप्त वेतन

समस्त कटौतियों पश्चात प्राप्त वेतन की गणना कर ऊपर के वेतन चार्ट में दिया गया है जिसमें मंहगाई भत्ता, गृह भत्ता, एवं कटौती के साथ अंतिम खाते में प्राप्त होने वाले वेतन को देखा जा सकता

प्रधान पाठक पदोन्नति पश्चात वेतन निर्धारण

पदोन्नति संबंधी विविध जानकारी।
पदोन्नति संबंधी विविध जानकारी।

प्रधान पाठक मौजुदा मूलवेतन

वेतन पुनरीक्षण नियम-2017 के तहत 01 जनवरी, 2016 को या उसके पश्चात् पदोन्नति पर वेतन निर्धारण पुनरीक्षित वेतन संरचना में एक लेवल से दूसरे लेवल में पदोन्नति के मामले में वेतन निर्धारण हेतु जिस लेवल से शासकीय सेवक पदोन्नत होता है, उस लेवल में एक वेतनवृद्धि दी जायेगी और उसे इस पद पर जिसमें पदोन्नति दी गई है, के लेवल में इस प्रकार से प्राप्त राशि के समतुल्य कोटिका में रखा जायेगा और यदि ऐसी कोई कोष्टिका उस लेवल में जिसमें पदोन्नति दी गई है, की बीच उपलब्ध नहीं है तो उस लेवल में अगली उच्चतर कोष्टिका में रखा जायेगा।

वेतन पुनरीक्षण नियम-2017[PDF DOWNLOAD]

प्रधान पाठक पदोन्नति पर वेतन निर्धारण का मूल नियम

ई/टी संवर्ग के सहायक शिक्षक (एल.बी.) से शिक्षक (एल.बी.)/प्रधान पाठक प्राथमिक शाला एवं शिक्षक (एल.बी.) से प्रधान पाठक पूर्व माध्यमिक शाला के पद पर पदोन्नति की पात्रता रखने वाले ई एवं टी संवर्ग के सहायक शिक्षक (एल.बी.) एवं शिक्षक (एल.बी.) की पदोन्नति की कार्यवाही आगामी समय में संभावित है।

अतः ई एवं टी संवर्ग के सहायक शिक्षक (एल.बी.) एवं शिक्षक (एल.बी.) जिनका संविलियन 01/07/2018 को हुआ है, उनका विगत 03 वर्षों का (2018-19,2019-20 एवं 2020-21) गोपनीय प्रतिवेदन एवं चल-अचल संपत्ति का वर्षवार विवरण व्यक्तिगत फोल्डर संधारित करना है जिसमें संबंधित डीडीओ एवं जिला शिक्षा अधिकारी के प्रतिहस्ताक्षर वाली मूल प्रति बिना किसी काट-छाँट के विवरण संधारित कर प्रत्येक शिक्षक (ई एवं टी संवर्ग) का पृथक-पृथक फाईल में संलग्न प्रपत्र के अनुसार तैयार करने हैं।

इन्हें भी देखें-

समयमान वेतनमान Head Mastermiddle Lecturer Promotion
समयमान वेतनमान Head Mastermiddle Lecturer Promotion

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