School Inspections : जानें जुलाई – अगस्त 2024 के शाला निरीक्षण दिशा निर्देश, जिसमें शाला भवन, शिक्षकों की उपस्थिति, विद्यार्थियों की उपस्थिति, वार्षिक शैक्षणिक कलेण्डर, और प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अंतर्गत मध्यान्ह भोजन की जानकारी शामिल है।
शाला निरीक्षण दिशा निर्देश
शाला निरीक्षण के मुख्य बिन्दु
- शाला भवन एवं शाला परिसर का उचित रखरखाव हो ।
- शिक्षकों की समय पर उपस्थिति हो।
- छात्र-छात्राओं की दर्ज संख्या के अनुपात में उपस्थिति हो।
- वार्षिक शैक्षणिक कलेण्डर अनुसार अध्यापन हो।
- शाला विकास समिति की बैठक हो।
- विद्यार्थियों का कक्षावार, विषयवार अध्ययन स्तर हो।
- विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम अनुसार लिखने, पढ़ने, बोलने व सीखने का ज्ञान
- प्रयोगशाला व पुस्तकालय का उपयोग हो।
- प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के अनुसार मध्यान्ह भोजन हो।
- बैग लेस डे का नियमित आयोजन हो ।
शाला भवन एवं परिसर का निरीक्षण: जुलाई-अगस्त हेतु महत्वपूर्ण बिंदु
शिक्षा की गुणवत्ता और स्कूल प्रबंधन का निरीक्षण नियमित रूप से करना बेहद ज़रूरी होता है, ताकि बच्चों को एक सुरक्षित, स्वच्छ और शैक्षिक वातावरण मिल सके। जुलाई-अगस्त के महीने में शाला निरीक्षण के कुछ प्रमुख बिंदु हैं, जो स्कूल की समग्र प्रगति और प्रशासनिक दक्षता का आकलन करने में सहायक होते हैं।
1. शाला भवन एवं परिसर की साफ-सफाई और रख-रखाव
- शाला परिसर की साफ-सफाई: क्या शाला परिसर और भवन की साफ-सफाई ठीक से की गई है? क्या समय-समय पर रंग-रोगन हुआ है?
- हरियाली की स्थिति: शाला के चारों ओर हरियाली कैसी है? क्या किचन गार्डन बनाया गया है?
- प्रिंटरिच वातावरण: क्या स्कूल का वातावरण सीखने के लिए प्रेरणादायक और प्रिंटरिच है?
2. बच्चों की बैठक व्यवस्था और अध्यापन की गुणवत्ता
- बैठक व्यवस्था: क्या कक्षाओं में बच्चों के बैठने की समुचित व्यवस्था है?
- निःशुल्क गणवेश और पाठ्यपुस्तक वितरण: क्या सभी बच्चों को सही समय पर गणवेश और पाठ्यपुस्तक वितरित की गई हैं?
- शैक्षणिक कलेण्डर और समय सारिणी: क्या विद्यालय में अध्यापन कार्य वार्षिक शैक्षणिक कलेण्डर और समय सारिणी के अनुसार हो रहा है?
3. बच्चों का शैक्षणिक स्तर
- अध्ययन स्तर: क्या बच्चों के अध्ययन स्तर का विषयवार और कक्षावार आकलन किया गया है?
- पठन और गणितीय कौशल: बच्चों के पठन और गणितीय कौशल का स्तर क्या है? क्या शाला ने इन कौशलों के विकास के लिए कोई विशेष प्रयास किए हैं?
4. शाला प्रबंधन समिति और SMC बैठकें
- SMC गठन और बैठकें: क्या शाला प्रबंधन समिति (SMC/SMDC) का गठन हो गया है? क्या नियमित रूप से बैठकें हो रही हैं और बच्चों की पढ़ाई पर चर्चा हो रही है?
- मध्यान्ह भोजन योजना: क्या प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के तहत शाला में नियमित रूप से भोजन दिया जा रहा है? क्या मेन्यू के अनुसार भोजन परोसा जा रहा है?
5. शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति
- शिक्षकों की उपस्थिति: क्या शिक्षक समय पर शाला में उपस्थित होते हैं?
- बच्चों की उपस्थिति: क्या बच्चों की दर्ज संख्या के अनुपात में उपस्थिति संतोषजनक है? क्या आपके क्षेत्र में ड्रॉपआउट या शाला त्यागी बच्चे हैं?
6. अन्य शैक्षिक गतिविधियाँ
- FLN, दीक्षा निष्ठा, जादुई पिटारा, मुस्कान पुस्तकालय: क्या ये सभी शैक्षिक कार्यक्रम शाला में नियमित रूप से संचालित हो रहे हैं?
- बच्चों के क्लब का गठन: क्या बच्चों के क्लब का गठन चुनाव के माध्यम से हुआ है?
- बैगलेस डे और सुरक्षित शनिवार: क्या शाला में बैगलेस डे और सुरक्षित शनिवार का आयोजन नियमित रूप से किया जा रहा है?
इन सभी बिंदुओं पर ध्यान देना स्कूल की गुणवत्ता सुधारने और बच्चों के समग्र विकास में सहायक सिद्ध होता है। यदि इन बिंदुओं पर सही तरीके से ध्यान दिया जाए, तो शाला का वातावरण बच्चों के लिए अधिक सकारात्मक और शैक्षिक हो सकता है।
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चन्द्रप्रकाश नायक , जो कि वर्तमान में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं . अभी आप Edu Depart में नि:शुल्क मुख्य संपादक के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं .