FLN-क्षमता विकास प्रशिक्षण

FLN-क्षमता विकास प्रशिक्षण

राज्य में शिक्षकों, संकुल समन्वयकों, शाला संकुल के प्राचार्यों एवं अधिकारियों के साथ साथ FLN पर समुदाय के उन्मुखीकरण हेतु सभी जिलों में तत्काल FLN Pedagogy पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है एवं मूलभूत भाषाई एवं गणितीय कौशल विकास के आधार पर मेंटर – मेंटी तैयार करना|

FLN प्रशिक्षण दिशा निर्देशDownload Here
BRC FLN प्रशिक्षण दिशा निर्देशDownload Here
FLN Pedagogy प्रशिक्षण

प्रशिक्षण कार्यक्रम विवरण:-

1.राज्य स्तर पर टीम का गठन30 अक्टूबर 2022 तक
2.संभाग स्तर पर मेंटर का गठननवंबर प्रथम सप्ताह तक
3.विकासखंड स्तर पर मेंटर का गठननवंबर द्वितीय सप्ताह तक
4.संकुल स्तर पर मेंटर का गठननवंबर अंतिम सप्ताह तक
5.अधिकारियों का उन्मुखीकरण कार्यक्रमनवंबर तृतीय सप्ताह तक

प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:-

  1. निपुण भारत कार्यक्रम से परिचय एवं निर्धारित लक्ष्य
  2. विभिन्न सर्वे में राज्य की स्थिति – असर / NAS / भाषाई सर्वे
  3. अंगना म शिक्षा कार्यक्रम 3.0 का आयोजन एवं विस्तार
  4. कक्षा तीन से पांच के लिए उपचारात्मक शिक्षण – सरल / तरल
  5. बच्चों को मूलभूत गणितीय कौशल विकास हेतु विभिन्न गतिविधियाँ
  6. बच्चों में अंग्रेजी भाषा कौशल विकास हेतु विभिन्न गतिविधियाँ
  7. सहायक सामग्री एवं प्रिंट रिच वातावरण से FLN लक्ष्यों की प्राप्ति
  8. सतत क्षमता विकास हेतु पीएलसी एवं आन डिमांड प्रशिक्षण
  9. मूलभूत कौशलों के आकलन हेतु सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन
  10. शुरुआती स्तर पर विभिन्न शिक्षण प्रविधियों एवं आवश्यक शिक्षकीय कौशलों से परिचय –
    • जैसे :- Toy pedagogy / experiential learning / assessment techniques/ peer tutoring/ mainstreaming drop outs/ Inclusive schools/ digital stories/ use of School library/ using technology in teaching etc.

गतिविधि एक: संभाग मुख्यालयों में चार दिवसीय क्षमता विकास कार्यक्रम-

  • प्रत्येक विकासखंड से दो दो कुशल स्रोत व्यक्तियों का प्रशिक्षण के लिये करना|
  • इनमें से एक भाषा (हिन्दी / अंग्रेजी) एवं एक गणित विषय की पृष्ठभूमि के होंगे|
  • यह चार दिवसीय प्रशिक्षण पूर्णतः आवासीय प्रशिक्षण होगा|

गतिविधि दो: विकासखंड मुख्यालयों में चार दिवसीय क्षमता विकास कार्यक्रम –

  • इसमें प्रत्येक संकुल से दो दो कुशल स्रोत व्यक्तियों का प्रशिक्षण के लिये करना|
  • इनमें से एक भाषा (हिन्दी / अंग्रेजी) एवं एक गणित विषय की पृष्ठभूमि के होंगे |
  • इसमें प्रशिक्षण का कार्य संभाग स्तर पर प्रशिक्षित विकासखंड स्रोत समूह द्वारा किया जाएगा|

गतिविधि तीन: संकुल स्तर पर शिक्षकों का चार दिवसीय क्षमता विकास कार्यक्रम –

  • इसमें प्रत्येक प्राथमिक शाला से शिक्षकों का प्रशिक्षण के लिये चयन करना|
  • प्राथमिक शिक्षकों का संकुल से चयनित एवं प्रशिक्षित मेंटर के साथ लिंक कर लेवें|
  • प्रत्येक संकुल में मेंटर एवं मेंटी का गठन कर उन्हें क्षमता विकास हेतु तैयार करना|
  • दो दिन भाषा एवं दो दिन गणित कुल चार दिनों का प्रशिक्षण आयोजन करना|
  • प्रत्येक शाला से भाषा एवं गणित शिक्षकों का चयन कर संकुल के अलग अलग स्कूलों में एक एक दिन का प्रशिक्षण आयोजित करना|

गतिविधि चार: अधिकारियों का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम –

  • इसमें शाला संकुल प्राचार्य, विकासखंड एवं जिला स्तरीय अधिकारियों शामिल होंगे ।
  • FLN से संबंधित महत्वपूर्ण पहलुओं को शामिल करते हुए अधिकारियों का एक दिवसीय क्षमता विकास कार्यक्रम आयोजित होगा|
  • अधिकारियों को अपने अपने क्षेत्र में FLN के लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु जिम्मेदारी दी जाएगी।

गतिविधि पांच : समुदाय के सहयोग से सामाजिक अंकेक्षण एवं अंगना म शिक्षा मेले का आयोजन –

  • इसमें शाला प्रबन्धन समिति के सदस्यों, जनप्रतिनिधियों, पालकों विशेषकर माताओं को शामिल करना|
  • बच्चों की प्रगति का समुदाय के समक्ष प्रस्तुतीकरण एवं सुधार हेतु आवश्यक कार्यवाहियां करना|
  • प्रत्येक बच्चे के विद्यार्थी विकास सूचकांक एवं होलिस्टिक रिपोर्ट कार्ड से पालकों को अवगत करना|
  • माताओं एवं समुदाय को आमंत्रित कर अंगना म शिक्षा मेलों का आयोजन करना|
  • इस कार्यक्रम में कुल 30 हजार गांवों में एक दिवसीय सामजिक अंकेक्षण एवं अंगना म शिक्षा मेले के आयोजन करना|
  • साथ ही समुदाय को स्कूलों से गुणवत्ता सुधार हेतु सक्रिय रूप से जोड़ने का प्रयास करना|

Get real time updates directly on you device, subscribe now.