Learning Outcomes : कक्षा 8 हिन्दी सीखने के प्रतिफल

Learning Outcomes : हिंदी के अध्ययन के कई महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

  1. भाषा कौशल विकास: हिंदी भाषा के अध्ययन से छात्रों की पढ़ने, लिखने, सुनने और बोलने की क्षमता में सुधार होता है।
  2. साहित्यिक ज्ञान: हिंदी साहित्य के विभिन्न रूपों, जैसे कविता, कहानी, निबंध, और नाटक, के माध्यम से छात्रों को साहित्यिक संवेदनशीलता और रचनात्मकता का अनुभव होता है।
  3. संस्कृति और परंपरा: हिंदी भाषा के अध्ययन से भारतीय संस्कृति, परंपराओं और इतिहास की गहरी समझ मिलती है।
  4. सामाजिक जागरूकता: हिंदी अध्ययन से समाज में मौजूद विभिन्न मुद्दों, जैसे समानता, न्याय, और सामाजिक परिवर्तन, पर विचार करने की क्षमता विकसित होती है।
  5. संचार कौशल: हिंदी का अध्ययन छात्रों को प्रभावी संचार कौशल विकसित करने में मदद करता है, जिससे वे अपने विचारों और भावनाओं को स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकें।
  6. व्याकरण और भाषा संरचना: हिंदी व्याकरण की समझ से छात्रों को सही और प्रभावशाली भाषा प्रयोग में सहायता मिलती है।
  7. सृजनात्मक लेखन: हिंदी अध्ययन से छात्रों की रचनात्मक लेखन क्षमता विकसित होती है, जिससे वे अपने विचारों को नए और आकर्षक तरीके से प्रस्तुत कर सकते हैं।
  8. अनुसंधान और विश्लेषण: छात्रों को हिंदी साहित्य और भाषा के विभिन्न पहलुओं पर अनुसंधान करने और विश्लेषणात्मक सोच विकसित करने का अवसर मिलता है।

Learning Outcomes : इन उद्देश्यों के माध्यम से हिंदी का अध्ययन न केवल भाषा कौशल में सुधार करता है, बल्कि समग्र रूप से व्यक्तित्व विकास में भी सहायक होता है।

कक्षा 8 हिन्दी सीखने के प्रतिफल (Class 8 Hindi Learning Outcomes)

LH801 – विभिन्न विषयों पर आधारित विविध प्रकार की रचनाओं को पढ़कर चर्चा करते हैं, जैसे- पाठ्यपुस्तक में किसी पक्षी के बारे में पढ़कर पक्षियों पर लिखी गई बातों को पढ़कर चर्चा करते हैं।

LH802 – हिंदी भाषा में विभिन्न प्रकार की सामग्री (समाचार, पत्र-पत्रिका, कहानी, जानकारी परक सामग्री, इंटरनेट, ब्लॉक पर छपने वाली सामग्री आदि) को समझकर पढ़ते हैं और उसमें अपनी पसंद-नापसंद, टिप्पणी, राय, निष्कर्ष आदि को मौखिक / सांकेतिक भाषा में अभिव्यक्त करते हैं।

LH803- पढ़ी गई सामग्री पर चिंतन करते हुए समझ के लिए प्रश्न पूछते हैं।

LH804- अपने परिवेश में मौजूद लोककथाओं और लोकगीतों के बारे में बताते / सुनाते हैं।

LH805- पढ़कर अपरिचित परिस्थितियों और घटनाओं की कल्पना करते हैं और उन पर अपने मन में बनने वाली छवियों और विचारों के बारे में मौखिक / सांकेतिक भाषा में बताते हैं।

LH806- विभिन्न संवेदनशील मुद्दों/विषयों, जैसे जाति, धर्म, रंग, जेंडर, रीति-रिवाजों के बारे में अपने मित्रों, अध्यापकों या परिवार से प्रश्न करते हैं, जैसे- अपने मोहल्ले के लोगों से त्योहार मनाने के तरीके पर बातचीत करना।

LH807- किसी रचना को पढ़कर उसके सामाजिक मूल्यों पर चर्चा करते हैं। उसके कारण जानने की कोशिश करते हैं: जैसे- अपने आस-पास रहने वाले परिवारों और उनके रहन-सहन पर सोचते हुए प्रश्न करते हैं-रामू काका की बेटी स्कूल क्यों नहीं जाती?

LH808- विभिन्न प्रकार की सामग्री, जैसे कहानी, कविता, लेख, रिपोतार्ज, संस्मरण, निबंध, व्यंग्य आदि को पढ़ते हुए अथवा पाठ्यवस्तु की बारीकी से जाँच करते हुए उसका अनुमान लगाते हैं, विश्लेषण करते हैं, विशेष बिंदु को खोजते हैं।

LH809- पढ़ी गई सामग्री पर चिंतन करते हुए बेहतर समझ के लिए प्रश्न पूछते हैं।

LH810- विभिन्न पठन सामग्रियों में प्रयुक्त शब्दों, मुहावरों, लोकोक्तियों को समझते हुए उनकी सराहना करते

LH811- कहानी, कविता आदि पढ़कर लेखन के विविध तरीकों और शैलियों को पहचानते हैं, जैसे- वर्णनात्मक, विवरणात्मक, भावात्मक, प्रकृति चित्रण आदि।

LH812- विभिन्न पठन सामग्रियों को पढ़ते हुए उनके शिल्प की सराहना करते हैं और अपने स्तरानुकूल मौखिक, लिखित, ब्रेल / सांकेतिक रूप में उसके विचार अपने बारे में
व्यक्त करते है।

LH813- किसी पाठ्यवस्तु को पढ़ने के दौरान समझने के लिए जरूरत पड़ने पर अपने किसी सहपाठी या शिक्षक की मदद लेकर उपयुक्त संदर्भ सामग्री: जैसे-शब्दकोश, विश्वकोश, मानचित्र, इंटरनेट या अन्य पुस्तकों की मदद लेते हैं।

LH814- अपने पाठक और लिखने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए अपनी बात को प्रभावी तरीके से लिखते है।

LH815- पढ़कर अपरिचित परिस्थितियों और घटनाओं की कल्पना करते हैं और उन पर अपने मन में बननेवाली छवियों और विचारों के बारे में लिखित या ब्रेल भाषा में अभिव्यक्ति करते हैं।

LH816- भाषा की बारीकियों / व्यवस्था का लिखित प्रयोग करते है, जैसे-कविता के शब्दों को बदलकर अर्थ और लय को समझना।

LH817- विभिन्न अवसरों/ संदर्भों में कही जा रही दूसरों की बातों को अपने ढंग से लिखते हैं, जैसे स्कूल के किसी कार्यक्रम की रिपोर्ट बनाना या फिर अपने गाँव के मेले के दुकानदारों से बातचीत ।

LH818- अपने अनुभवों को अपनी भाषा शैली में लिखते हैं। लेखन के विविध तरीकों और शैलियों का प्रयोग करते है, जैसे-विभिन्न तरीकों से (कहानी, कविता, निबंध आदि) कोई अनुभव लिखना।

LH819- दैनिक जीवन से अलग किसी घटना/स्थिति पर विभिन्न तरीके से सृजनात्मक ढंग से लिखते हैं, जैसे-सोशल मीडिया पर, नोटबुक पर या संपादक के नाम पत्र आदि।

LH820- विविध कलाओं, जैसे- हस्तकला, वास्तुकला, खेती-बाड़ी, नृत्यकला और इनमें प्रयोग होने वाली भाषा (रजिस्टर) का सृजनात्मक प्रयोग करते हैं, जैसे- कला के बीज बोना, मनमोहक मुद्राएँ, रस की अनुभूति।

LH821- अपने पाठक और लिखने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए अपनी बात को प्रभावी तरीके से लिखते हैं।

LH822- अभिव्यक्ति की विविध शैलियों/ रूपों को पहचानते हैं, स्वयं लिखते हैं, जैसे- कविता, कहानी, निबंध आदि।

LH823- पढ़कर अपरिचित परिस्थितयों और घटनाओं की कल्पना करते हैं और उन पर अपने मन में बननेवाली छवियों और विचारों के बारे में लिखित / ब्रेल भाषा में अभिव्यक्त करते हैं।

Learning Outcomes, Learning Outcomes, Learning Outcomes,

Learning Outcomes सीखने के प्रतिफल
Learning Outcomes सीखने के प्रतिफल
error: Content is protected !!