कक्षा 6 गणित में सीखने के प्रतिफल (Class 6 Mathematics Learning Outcomes)
कक्षा 6 गणित में सीखने के प्रतिफल (Class 6 Mathematics Learning Outcomes)
LEARNING OUTCOMES
बड़ी संख्याओं से संबंधित प्रश्न उचित संक्रियाओं (योग, अंतर, गुणा व भाग) के प्रयोग द्वारा हल कर सकता है।
संख्याओं का सम, विषम, अभाज्य, सह- अभाज्य संख्याओं आदि के रूप में वर्गीकरण (पैटर्न के आधार पर) कर सकता है।
विशिष्ट स्थिति में महत्तम समापवर्तक तथा लघुत्तम समापवर्त्य का उपयोग कर सकता है।
पूर्णाकों के योग तथा अंतर से संबंधित प्रश्नों को हल कर सकता है।
पैसा, लंबाई, तापमान आदि से संबंधित अलग-अलग परिस्थितियों में भिन्नों तथा दशमलवों का उपयोग कर सकता है
जैसे – 7सही1/2 मीटर कपड़ा, दो स्थानों के बीच की दूरी 112.5 किलोमीटर है आदि ।
भिन्नों/दशमलवों के योग व अंतर पर आधारित दैनिक जीवन की समस्याओ को हल कर सकता है।
किसी स्थिति के सामान्यीकरण हेतु चर राशि का विभिन्न संक्रियाओं के साथ प्रयोग करता है जैसे तथा 3 इकाई भुजा के आयत का परिमाप 2(x+3) इकाई होगा।
अनुपात का प्रयोग कर विभिन्न राशियों की तुलना करता है। जैसे किसी कक्षा में लड़कियों एवं लड़कों की संख्या का अनुपात 3 : 2 है।
इबारती प्रश्नों के हल करने में ऐकिक नियम का उपयोग करता है।
जैसे यदि एक दर्जन कापियों की कीमत दी गई हो तो 1 कापी की कीमत ज्ञात कर 7 कापियों की कीमत ज्ञात कर सकता है।
Class 6 Mathematics Learning Outcomes
ज्यामितीय अवधारणाओं जैसे रेखा, रेखाखण्ड, खुली एवं बंद आकृतियाँ, कोण, त्रिभुज, चर्तुभुज, वृत आदि को अपने परिवेश के उदाहरणों के माध्यम से समझा सकता है।
कोणों के बारे में अपनी समझ निम्नानुसार व्यक्त कर सकता है-
-अपने परिवेश में कोणों की पहचान कर सकता है।
-कोणों को उनके माप के आधार पर वर्गीकृत कर सकता है।
-कोण 45,90,180° का संदर्भ कोण के रूप में उपयोग कर कोणों के माप का अनुमान लगा सकता है।
रैखिक सममिति के बारे में अपनी समझ निम्नानुसार व्यक्त कर सकता है
– उन द्विविमीय 2D) आकृतियाँ की पहचान कर सकता है, जो एक या अधिक रेखाओं के सापेक्ष सममित है। –
द्विआयामी सममित आकृतियों की रचना कर सकता है।
त्रिभुजों को उनके कोण तथा भुजाओं के आधार पर वर्गीकृत कर सकता है।
जैसे – भुजाओं की लंबाई के आधार पर विषमबाहु त्रिभुज, समद्विबाहु त्रिभुज, समबाहु त्रिभुज आदि।
चतुर्भुजों को उनके कोण तथा भुजाओं के आधार पर वर्गीकृत कर सकता है।
अपने परिवेश से विभिन्न 3D वस्तुओं की पहचान कर सकता है। जैसे – गोला, घन, घनाभ, बेलन, शंकु आदि।
3D वस्तुओं / आकृतियों के कोर, शीर्ष, फलक का वर्णन कर उदाहरण प्रस्तुत कर सकता है।
परिवेश की आयताकार वस्तुओं का परिमाप और क्षेत्रफल ज्ञात कर सकता है।
जैसे- कक्षा का फर्श, चाक के डब्बे की उपरी सतह की परिमिति तथा क्षेत्रफल।
दी गई/ संकलित की गई जानकारियों जैसे- विगत छ: माह में किसी परिवार के विभिन्न सामाग्रियों पर हुए खर्च को सारणी, चित्रारेख, दण्डारेख के रूप में प्रदर्शित कर उसकी व्याख्या कर सकता है।