बालवाटिका या आयु 5-6 बच्चों के लिए लक्ष्य- निपुण भारत मिशन

बालवाटिका या आयु 5-6 बच्चों के लिए लक्ष्य कैसी हो इसे हम निपुण भारत मिशन के इस पर पोस्ट समझेंगे.

निपुण भारत मिशन

शिक्षा मंत्रालय द्वारा “राष्ट्रीय साक्षरता एवं संख्या ज्ञान दक्षता पहल (निपुण भारत)” नामक राष्ट्रीय मूलभूत साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मिशन की प्राथमिकता के साथ स्थापना की गई है। राष्ट्रीय मिशन राज्यों, संघ राज्य क्षेत्रों के लिए प्राथमिकताएं और कार्यान्वित की जाने वाली मदों को निर्धारित करता है ताकि प्रत्येक बच्चे के लिए कक्षा-3 तक मूलभूत साक्षरता एवं संख्या ज्ञान में दक्षता के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।

बालवाटिका या आयु 5-6 बच्चों के लिए लक्ष्य- निपुण भारत मिशन
Nipun-Bharat-Abhiyan

बालवाटिका या आयु 5-6 बच्चों के लिए लक्ष्य-

निपुण भारत मिशन के अंतर्गत बालवाटिका या आयु 5-6 बच्चों के लिए निम्न लक्ष्य सूची है:-

मौखिक भाषा


1. दोस्तों और शिक्षकों से बात करना।
2. समझ के साथ तुकांत / कविताएँ गाना।

पढ़ना


1. किताबों को देखना और चित्रों की मदद से कहानी पढ़ने का प्रयास करना।
2.कुछ परिचित दोहराए गए शब्दों को पहचानने और इंगित करने की शुरुआत करना (दृष्टि शब्दों या खाद्य कंटेनर/ रैपर पर छपे शब्द)।
3. अक्षरों और संगत ध्वनियों को पहचानना।
4. कम से कम दो अक्षर वाले सरल शब्दों को पढ़ना।

लेखन

1. खेल के दौरान पहचान वाले अक्षरों को लिखने का प्रयास करना।
2 आत्म अभिव्यक्ति के लिए पेंसिल घसीटना या चित्र बनाना।
3. पेंसिल को ठीक से पकड़ना और पहचानने योग्य अक्षर बनाने के लिए उपयोग करना।
4. अपने पहले नाम को पहचानना और लिखना।

संख्यात्मक ज्ञान

1. वस्तुओं की गिनती और 10 तक संख्याओं को सहसंबंधित करना।
2. 10 तक के अंकों को पहचानना और पढ़ना।
3. वस्तुओं की संख्या के संदर्भ में दो समूहों की तुलना करना और अधिक /कम / बराबर आदि जैसे शब्दों का उपयोग करना।
4. एक क्रम में घटनाओं की संख्या / वस्तुओं / आकृतियों / घटनाओं को व्यवस्थित करना।
5. वस्तुओं को उनकी अवलोकनीय विशेषताओं के आधार पर वर्गीकृत करना और वर्गीकरण के मानदंड का संचार करना।
6. अपने चारों ओर कि विभिन्न वस्तुओं के संदर्भ में तुलनात्मक शब्दों का उपयोग करना, जैसे लंबे, सबसे लंबे, सबसे छोटे, से अधिक, हल्के, आदि।

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