Old Tax Slab और New Tax Slab में क्या बेहतर ? हमारे देश में Income Tax सभी पर समान दर से नहीं लगाया जाता है बल्कि उनके Income के आधार पर बने विभिन्न स्लैब के अनुसार Tax लगाया जाता है। वर्तमान में हमारे पास दो Tax Regime हैं तो हम इस पोस्ट में अपने Slab के अनुसार Old Tax Regime व New Tax Regime की गणना के बारे में जानेंगे ।
यहाँ हम तुलनात्मक रुप से यह जानने का प्रयास करेगें कि इन दोनों में से कौन सा Regime हमारे लिये बेहतर हैं । और यह गणना हमारे शिक्षकों को मिलने वाले वेतन पर आधारित होगा तो जो उनके लिये जरुरी है या जिसका लाभ वो ले सकते हैं उन बिन्दुओं का ही चर्चा करेंगे ।
पोस्ट विवरण
Old Tax Slab और New Tax Slab
Income Tax गणना पत्रक 2023-24 | Click Here |
वर्तमान Tax Slabs-
Old Tax Regime के मुख्य बिंदु-
- पुराने Tax Slab में कोई बदलाव नहीं किया गया है ।
- 7 लाख की जो छुट कहीं जा रही है वो केवल New Tax Regime के लिये हैं ।
- Old Tax slab में अभी भी सभी Deduction(कटौती) के बाद 5 लाख तक की राशि पर ही छुट है ।
- जिन व्यक्तियों की कर योग्य आय 5 लाख रुपये के बराबर या उससे कम है, वे धारा 87A के तहत Tax में छूट के लिए पात्र हैं।
- Old Tax slab में 50,000 का Standard Deduction सभी के लिये है ।
- साथ ही हम विभिन्न कटौती का उपयोग कर अपने Tax को कम कर सकते हैं ।
- कटौती में मुख्य रुप से-
- GPF/NPS
- GIS
- Insurance premiums,
- सुकन्या समृद्धि योजना
- बच्चों की ट्यूशन फीस
- राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र
- NPS में 50000 अतिरिक्त
- बैंक ब्याज
- Health Insurance
- Home Loan Intrest
- Home Loan Principal
- दिव्यांग होने पर क्लेम
आय की सीमा (रुपये में) | आयकर की दरें |
2.5 लाख तक | कोई Tax नहीं |
2.5 लाख से 5 लाख तक | 5% Tax जो 2.5 लाख से अधिक है |
5 लाख से 7.5 लाख तक | 12,500 (2.5-5 लाख का Tax)+ 20% (5-7.5) लाख का Tax |
7.5 लाख से 10 लाख तक | 62,500 (5-7.5 लाख का Tax) + 20% (7.5-10) लाख का Tax |
10 लाख से 12.5 लाख तक | 1,12,500 (7.5-10 लाख का Tax) + 30% (10 लाख से ऊपर का Tax =1,87,500 |
New Tax Regime-
- New Tax Regime में Tax Slab में पिछले सत्र से बदलाव किए गए हैं।
- 7 लाख की जो छुट कहीं जा रही है वो केवल New Tax Regime के लिये हैं ।
- New Tax Regime में कोई Deduction(कटौती) का प्रावधान नहीं है ।
- जिन व्यक्तियों की कर योग्य आय 7 लाख रुपये के बराबर या उससे कम है, वे धारा 87A के तहत कर में छूट के लिए पात्र हैं।
- New Tax Regime में 50000 का Standard Deduction सभी के लिये है ।
आय की सीमा (रुपये में) | आयकर की दरें |
3 लाख तक | कोई Tax नहीं |
3 लाख से 6 लाख तक | 5% Tax जो 3 लाख से अधिक है |
6 लाख से 9 लाख तक | 15,000 (3-6 लाख का Tax)+ 10% (6-9) लाख का Tax |
9 लाख से 12 लाख तक | 45,000 (6-9 लाख का Tax) + 15% (9-12) लाख का Tax |
12 लाख से 15 लाख तक | 90,000 (9-12 लाख का Tax) + 20% (12-15) लाख का Tax =1,50,000 |
कुल आय के अनुसार Old/New Tax Regime में अंतर-
7.5 लाख तक आय में कौन सा Tax Slab चुने-
अगर किसी की सैलरी 7.5 लाख रुपए तक है तो New Tax Regime के तहत उसे Standard Deduction का लाभ मिलेगा। अब उसकी Net Taxable Incom 7 लाख रुपए हो जायेगी। New Tax Regime में 7 लाख तक Income पर Rebate का लाभ मिलता है । ऐसे में उसे कोई टैक्स नहीं देना होगा। वहीं, अगर Old Tax Regime का चयन करने पर 50,000 Standard Deduction व 80C के 150000 छुट के बाद 50,000 का और निवेश करना पड़ेगा नहीं तो इस 50000 का Tax 20% के हिसाब से 10000 होगा । इन सब छुट के बाद उसे कुल (12500+10000=22500) रुपए का टैक्स देना होगा। [Ans-New Tax Regime]
8 लाख तक आय में कौन सा Tax Slab चुने-
अगर किसी की सैलरी 8 लाख रुपए तक है तो New Tax Regime के तहत उसे Standard Deduction का लाभ मिलेगा। अब उसकी Net Taxable Incom 7.5 लाख रुपए हो जायेगी। New Tax Regime में 7.5 लाख तक इनकम पर Rebate का लाभ नहीं मिलेगा । ऐसे में उसे 7.5 तक के लिये 30000 का टेक्स देना होगा। वहीं, अगर Old Tax Regime का चयन करने पर 50,000 Standard Deduction व 80C के 150000 छुट के बाद 100,000 का और निवेश करना पड़ेगा नहीं तो इस 100000 का Tax 20% के हिसाब से 20000 होगा । इन सब छुट के बाद उसे कुल (12500+20000=32500) रुपए का टैक्स देना होगा। [Ans-New Tax Regime]
9 लाख तक आय में कौन सा Tax Slab चुने-
अगर किसी की सैलरी 9 लाख रुपए तक है तो New Tax Regime के तहत उसे Standard Deduction का लाभ भी मिलेगा। अब उसकी Net Taxable Incom 8.5 लाख रुपए हो जायेगी।New Tax Regime में 8.5 लाख तक इनकम पर Rebate का लाभ नहीं मिलेगा । ऐसे में उसे 8.5 तक के लिये 40000 का टेक्स देना होगा। वहीं, अगर Old Tax Regime का चयन करने पर 50,000 Standard Deduction व 80C के 150000 छुट के बाद 2,00,000 का और निवेश करना पड़ेगा नहीं तो इस 200000 का Tax 20% के हिसाब से 40000 होगा । इन सब छुट के बाद उसे कुल (12500+40000=62500) रुपए का टैक्स देना होगा। [Ans-New Tax Regime]
10 लाख तक आय में कौन सा Tax Slab चुने-
अगर किसी की सैलरी 10 लाख रुपए तक है तो New Tax Regime के तहत उसे Standard Deduction का लाभ भी मिलेगा। अब उसकी Net Taxable Incom 9.5 लाख रुपए हो जायेगी। New Tax Regime में 9.5 लाख तक इनकम पर Rebate का लाभ नहीं मिलेगा । ऐसे में उसे 9.5 तक के लिये 50,000 का टेक्स देना होगा। वहीं, अगर Old Tax Regime का चयन करने पर 50,000 Standard Deduction व 80C के 150000 छुट के बाद 300,000 का और निवेश करना पड़ेगा नहीं तो इस 3,00000 का Tax 20% के हिसाब से 60000 होगा । इन सब छुट के बाद उसे कुल (12500+60000=72500) रुपए का टैक्स देना होगा। [Ans-New Tax Regime]
तो कौन सा कौन सा Tax Slab चुने
Tax Slab चुनते समय इन बातों का रखें ख्याल-
- Old Tax Regime में जितनी अधिकतम सीमा तक छुट का उपयोग किया जाएगा, तो उतना ही ज़्यादा Tax का फायदा मिलेगा। इसीलिए अगर आप लाइफ इंश्योरेंस, PPF, बच्चों की स्कूल फ़ीस आदि के अलावा होम लोन पर ब्याज़, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) या मकान किराया भत्ता जैसी छूट का लाभ लेते हैं तो आपको Old Tax Regime को अपनाना चाहिए।
- जो व्यक्ति Tax बचत के स्कीमों पर निवेश नहीं करना चाहते है उन लोगों के लिए New Tax Regime में आना बढ़िया रहेगा। 7.50 लाख रुपये आमदनी वाला व्यक्ति एक पैसे का इनवेस्टमेंट किए बिना भी New Tax Regime को चुनकर अपनी Tax को शून्य कर सकता है।
- इनकम टैक्स पोर्टल क्लीअर के फाउंडर अर्चित गुप्ता का कहना है कि किस आयकरदाता के लिए न्यू टैक्स रिजीम बेहतर है या पुरानी कर व्यवस्था सही है, इसका एक सामान्य जवाब नहीं दिया जा सकता. इसका उत्तर टैक्सपेयर की आमदनी, निवेश की आदत और खर्च पर निर्भर करता है. हो सकता है कि किसी टैक्सपेयर को नई व्यवस्था से ज्यादा फायदा हो तो किसी को पुरानी से।
- New Tax Regime से 15 लाख रुपये तक की कर योग्य आय वाले मध्यम वर्ग के करदाताओं को काफी फायदा हो सकता है।
- उच्च आय वाले लोगों के लिए पुरानी व्यवस्था बेहतर विकल्प है।
- New Tax Regime उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो कम निवेश करते हैं। चूंकि New Tax Regime में कम आय वाले सात कर स्लैब उपलब्ध हैं, अत: वह New Tax Regime के तहत कम Tax लाभ उठा सकता है।
ऊपर दी गई जानकारी के और New Tax Regime को ध्यान में रखते हुए, करदाता वाले व्यक्ति दोनों Regime का आकलन कर सकते हैं और तय कर सकते हैं कि कम Tax दरों को चुनना है या नहीं । इसलिए, दोनों व्यवस्थाओं के तहत तुलनात्मक मूल्यांकन और विश्लेषण करने की सलाह दी जाती है और फिर सबसे लाभकारी का चयन करना चाहिए क्योंकि व्यक्तिगत प्राथमिकताएँ भिन्न हो सकती हैं।
चन्द्रप्रकाश नायक , जो कि वर्तमान में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं . अभी आप Edu Depart में नि:शुल्क मुख्य संपादक के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं .