साक्षरता सप्ताह का आयोजन (Celebrate Literacy Week-2024)

साक्षरता सप्ताह आयोजन
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Celebrate Literacy Week

साक्षरता सप्ताह का आयोजन (Celebrate Literacy Week) –

01-08 सितम्बर 2024 देशव्यापी साक्षरता सप्ताह एवं अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस का आयोजन।

साक्षरता सप्ताह – स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 द्वारा अनुशंसित समाज में सभी के लिए शिक्षा पर केन्द्र प्रायोजित योजना उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम लागू किया गया है।

इस योजना के पांच घटक –

  1. बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता
  2. महत्वपूर्ण जीवन कौशल
  3. बुनियादी शिक्षा
  4. व्यावसायिक कौशल
  5. सतत् शिक्षा है।

उक्त कार्यक्रम के प्रति जनमानस का ध्यान आकर्षित करने व सभी वर्गों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए 1-8 सितम्बर 2024 तक देशब्यापी साक्षरता सप्ताह का आयोजन करने का निर्णय लिया गया है। जिसका समापन 8 सितम्बर 2024 को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस (ILD) के रूप में होगा। उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम सप्ताह भर चलने वाले साक्षरता अभियान की गतिविधियों की एक श्रृंखला होगी जिसे पूरे देश के साथ हमारे प्रदेश में भी आयोजित किया जा रहा है। यह आयोजन जिला, ब्लॉक, नगरीय क्षेत्रों तथा ग्राम पंचायतों के साथ-साथ प्रदेश के सभी शासकीय, अनुदान प्राप्त एवं निजी शैक्षणिक संस्थाओं में किया जाना है।

  • साक्षरता सप्ताह पहला दिन रविवार दिनांक 01.09.2024 गतिविधि – “उल्लास पर सेमीनार / सम्मेलन” उल्लास रथ की रवानगी प्रभात फेरी, उल्लास शपथ, नारा लेखन, उल्लास गीत इत्यादि, उल्लास वीडियो का प्रदर्शन एवं शैक्षणिक संस्थाओं में उल्लास कार्यक्रम की तैयारी उल्लास लोगो, नारा लेखन, कार्यक्रम की तैयारी, उल्लास TLM की तैयारी, उल्लास साक्षरता केंन्द्र का चिन्हांकन ।
  • साक्षरता सप्ताह दूसरा दिन सोमवार दिनांक 02.09.2024 गतिविधि – उल्लास पर केन्द्रित प्रतियोगिता समस्त शैक्षणिक संस्थाओं में उल्लास “सबके लिए शिक्षा” पर कंन्द्रित गीत, नृत्य पेंटिंग, चित्रकला, मेहदी, रंगोली, पोस्टर, दीवार पेंटिंग इत्यादि प्रतियोगिता का आयोजन एवं बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता (FLN) पर सामग्री निर्माण ।
  • साक्षरता सप्ताह तीसरा दिन मंगलवार दिनांक 03.09.2024 गतिविधि – उल्लास पंचायती राज संस्थाएं एवं नगरीय निकाय स्तरीय सम्मेलन प्रत्येक जिला पंचायत, जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत तथा नगर निगम नगर पालिका, नगर पंचायत के वार्डों में जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में उल्लास कार्यक्रम पर चर्चा, उल्लास गीत, उल्लास शपथ शैक्षणिक संस्थाओं में उल्लास पर केन्द्रित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन जीवन कौशल (वित्तीय, डिजिटल, कानूनी, मतदाता इत्यादि) परकेन्द्रित सामग्री का प्रदर्शन ।
  • साक्षरता सप्ताह चौथा दिन बुधवार दिनांक 04.09.2024 गतिविधि – उल्लास महिला साक्षरता पर केन्द्रित कार्यक्रम प्रत्येक स्तर पर महिला साक्षरता पर केन्द्रित संगोष्ठी, भाषण इत्यादि का आयोजन, आंगनबाडी, मितानीन, महिला शिक्षक, महिला स्वयसेवी, महिला शिक्षार्थी की सहभागिता में।
  • साक्षरता सप्ताह पाँचवा दिन गुरूवार दिनांक 05.09.2024 गतिविधि – व्यावसायिक कौशल पर केन्द्रित सामग्री का प्रदर्शन, उल्लास नव भारत साक्षरता पर केन्द्रित थीम पर भाषण व निबंध प्रतियोगितासमस्त शैक्षणिक संस्थ्थाओं, महाविद्यालयों एवं विद्यालयों में ILD की थीम “बहुभाषावाद” के माध्यम से साक्षरता का बढ़ावा देने (Promoting literacy through multilingualism) पर भाषण व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन ।
  • साक्षरता सप्ताह छठवां दिन शुकवार दिनांक 06.09.2024 गतिविधि – बुनियादी शिक्षा संबंधी चर्चा एवं सामग्री का प्रदर्शन उल्लास पर केन्द्रित नवाचारी गतिविधि का प्रदर्शननवाचारी शिक्षकों द्वारा उल्लास के शिक्षार्थियों के सीखने सिखाने के लिए मनोरंजक TLM का प्रदर्शन नवाचारी गतिविधि, जादुई पिटारा, कार्ड्स, उल्लास प्रवेशिका, सब्जी, रेत, गिट्टी, इत्यादि का प्रयोग, उल्लास केन्द्र की सजावट सतत शिक्षा पर केन्द्रित कार्यक्रम खेल व सांस्कृतिक कार्यक्रम ।
  • साक्षरता सप्ताह सातवा दिन शनिवार दिनांक 07.09.2024 गतिविधि – शैक्षणित संस्थाओं में उल्लास साक्षरता रैलीउल्लास साक्षरता एम्बेसडर का चिन्हांकन शैक्षणिक संस्थाओं में उल्लास क्लब का गठन, शैक्षणिक संस्थाओं में उल्लास साक्षरता गीत, रैली, सभी शैक्षणिक सस्थाओं में बैनर तख्तियों यथासंभव लाउड स्पीकर, स्काउट गाइड, एनसीसी, एनएसएस बैंड के साथ साक्षरता रैली तथा अंत में उल्लास शपथ व नुक्कड़ नाटक।
  • साक्षरता सप्ताह आठवा दिन रविवार दिनांक 08.09.2024 गतिविधि – देशव्यापी साक्षरता सप्ताह का समापन एवं अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस काआयोजन राज्य स्तर पर मा. मुख्यमंत्री जी की उपस्थिति में राज्य स्तरीय उल्लास मेले का आयोजन जिला स्तर पर मा जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में कलेक्टर एवं अध्यक्ष, जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के संयोजन में कार्यक्रम का आयोजन जनपद पंचायत, ग्राम पंचायत व नगरीय निकाय में भी यह आयोजन एक साथ किया जाएसभी वर्गों की भागीदारी लेखक, साहित्यकार, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता, साक्षरता कार्यक्रम से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति, स्वयसेवी शिक्षक, शिक्षार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित हो।उल्लास में साक्षरता सप्ताह के विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं का सम्मान एवं स्वयंसेवी शिक्षक सम्मान,उल्लास कार्यक्रम हेतु निर्मित अपील, पाम्पलेट, ब्रोशर का विमोचन उल्लास हेतु शपथ एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन ।

साक्षरता सप्ताह का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए इसे अधिक रोचक बनाया जा सकता है। सप्ताह भर में चलने वाले देशव्यापी साक्षरता सप्ताह की सफलता और अत्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस समारोह में आपके जिले की भागीदारी सुनिश्चित करने में सबकी व्यक्तिगत भागीदारी का अनुरोध किया गया है। कार्यक्रम के समापन के पश्चात एक सप्ताह के भीतर इस कार्यक्रम की एक विस्तृत रिपोर्ट व बेस्ट प्रैक्टिसेस भी भिजवाया जाना है।

साक्षरता सप्ताह निर्देश 2022

  1. गढ़बो नवा भविष्य कार्यक्रम के तहत प्राप्त पठन सामग्री का वाचन |
  2. सौ दिन सौ कहानियां प्रारंभ करना।
  3. मुस्कान पुस्तकालय का नियमित उपयोग।
  4. शाला प्रबन्धन समिति के नेतृत्व में गाँव के सभी बच्चों में मूलभूत कौशल विकास।
  5. शुरुआती कक्षाओं में अंग्रेजी बोलचाल पर कार्य करना
राज्य स्तरीय विश्व साक्षरता
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पठन कार्यक्रम महासमुंद
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01.गढ़बो नवा भविष्य कार्यक्रम के तहत प्राप्त पठन सामग्री का वाचन –

सभी प्राथमिक शालाओं को विगत वर्ष “गढ़बो नवा भविष्य” नामक पठन सामग्री बच्चों को पढ़ने हेतु उपलब्ध करवाई गई है | बच्चों द्वारा इसे पढ़वाकर पुस्तक को वापस पुस्तकालय में रखे जाने के निर्देश दिए गए थे | इस सामग्री को इस सत्र में कक्षा तीन से पांच के बच्चों को देते हुए उनसे इन्हें पढ़ने हेतु प्रेरित करें | कहानियों को पढ़कर उन्हें अपनी छोटी कक्षाओं के बच्चों को पढ़कर सुनाए जाने का अवसर प्रदान करें।

इस सामग्री को रूचि लेकर पढ़ने से बच्चों को उनके आसपास उपलब्ध विभिन्न व्यवसायों की जानकारी मिल सकेगी। इस पुस्तक के आधार पर प्रत्येक बच्चे को कम से कम तीस विभिन्न रोजगारों की जानकारी समझने एवं प्रत्यक्ष देख सकने का अवसर भी प्रदान करें। बच्चों को पढ़-लिखकर अपने पैरों पर खड़ा होने हेतु प्रेरित करते हुए अपने लिए किसी व्यवसाय के प्रति रूचि विकसित कर सकने का अवसर भी देवें।

02.सौ दिन सौ कहानियां प्रारंभ करना-

राज्य के समस्त उच्च प्राथमिक शालाओं में केन्द्रीय भारतीय भाषा संस्थान, मैसूरू द्वारा विकसित द्विभाषी कहानी की पुस्तकों का वितरण किया गया है। प्रत्येक उच्च प्राथमिक शाला में सौ से अधिक कहानी पुस्तकों का वितरण किया गया है। पुस्तकालय के उपयोग एवं रख-रखाव के लिए विद्यार्थियों का एक सक्रिय दल का गठन कर उन्हें इन पुस्तकों के वितरण, वापस सुरक्षित जमा करने, सभी बच्चों द्वारा नियमित रूप से पुस्तकें लेने एवं पढ़ने आदि के लिए जिम्मेदारी देवें । उन्हें पुस्तक वितरण एवं वापसी के रिकार्ड रखने हेतु एक पंजी भी उपलब्ध करवाएं।

प्रत्येक बच्चे को एक कहानी की पुस्तक एक दिन में पढ़ने का लक्ष्य देंवे। बच्चे को पहले अंग्रेजी में एवं कहानी ठीक से समझ में नहीं आने पर उसका हिन्दी में अनुवाद पढ़कर पुनः उस कहानी को अंग्रेजी में पढ़ने का अवसर देवें | अंग्रेजी के विभिन्न नए शब्दों को पहले अनुमान लगाकर फिर हिन्दी अनुवाद देखकर अर्थ समझने का प्रयास करें। यदि फिर भी सही अनुमान लगाने में दिक्कत हो तो शब्दकोष देखकर अंग्रेजी के शब्दों का अर्थ देखने की आदत विकसित करें |

बच्चों को इन कहानियों को पढ़ने के बाद इन्हें पूरे हाव-भाव के साथ अपने छोटी कक्षाओं अर्थात प्राथमिक के बच्चों को पढ़कर सुनाने का अवसर देवें । समय समय पर बच्चों के पढ़ने की गति एवं समझ का आकलन भी करें | बच्चेति मिनट कितने शब्द पढ़ पा रहे हैं और पूरी कहानी पढ़ने के बाद कहानी के अंत में पूछे गे सवालों के जवाब समझ के साथ दे पा रहे हैं अथवा नहीं, इसकी जानकारी लेते रहें।

03.मुस्कान पुस्तकालय का नियमित उपयोग-

सभी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक शालाओं में मुस्कान पुस्तकालय संचालित किए जा रहे हैं। इन पुस्तकालयों में प्रति वर्ष पुस्तकें प्रदाय की जाती हैं। बच्चों को नियमित रूप से इन पुस्तकों के उपयोग कर पठन कौशल विकसित करने हेतु निम्नलिखित गतिविधियों का आयोजन करवाएं।

  • स्कूल के समय सारिणी में पुस्तकालय का एक कालखण्ड अनिवार्य रूप से सभी कक्षाओं में उपलब्ध करवाया जाए।
  • प्रत्येक विद्यार्थी की मुस्कान पुस्तकालय से अपनी पसंद की पुस्तकें निकालकर पढ़ने का अवसर मिले।
  • पुस्तकें पढ़ने के बाद उसमें दिए गए मुख्य बिन्दुओं को एक दूसरे को सुनाए जाने का अवसर देवें।
  • प्रति माह सबसे अधिक पुस्तक पढने वाले विद्यार्थी को प्रेरित करने उसे “माह का सबसे बढ़िया पाठक” का खिताब देते हुए उसका विवरण एवं फोटो शाला के नोटिस बोर्ड में प्रदर्शित करें।
  • मुस्कान पुस्तकालय को आकर्षक रूप से सजाकर उनके नियमित एवं अधिकाधिक उपयोग हेतु प्रेरित करने वाली शालाओं के मध्य प्रतिस्पर्धा का आयोजन कर उन्हें पुस्तकालय को आकर्षक बनाने हेतु प्रेरित करना

04.शाला प्रबन्धन समिति के नेतृत्व में गाँव के सभी बच्चों में मूलभूत कौशल विकास

दिनांक 10 अगस्त, 2022 को आयोजित शाला प्रबन्धन समिति एवं समुदाय की बैठक में शामिल एजेंडा के अनुसार सभी शाला प्रबन्धन समिति अपने अपने क्षेत्र में सभी बच्चों को मूलभूत भाषाई एवं गणितीय कौशल हासिल करवाए जाने आगामी तीन माह तक मिलकर काम करेंगे इस कार्यक्रम के अंतर्गत उन्हें-

  • अपने अपने क्षेत्र में ऐसे बच्चों की पहचान करनी होगी जिनमें मूलभूत कौशलों का विकास करना आवश्यक हो।
  • ऐसे बच्चे शाला के भीतर या शाला के बाहर के भी हो सकते हैं, उनकी आयु 6-14 आयु वर्ग की होनी चाहिए।
  • समुदाय में से किसी इच्छुक व्यक्ति का चयन कर उन्हें ऐसे बच्चों में अपेक्षित कौशल विकास की जवाबदेही देवें।
  • बच्चों में आयु अनुरूप वर्ण, शब्द, वाक्य एवं अनुच्छेद अच्छे से पढ़ना आ जाना चाहिए।
  • इसी प्रकार बच्चों को आयु अनुरूप 1 से 99,999 तक की गिनती, जोड़, घटाना, गुणा एवं भाग के सवाल सिखाएं।
  • गाँव का कोई भी बच्चा इन कौशलों से वंचित न रहें एवं माह नवंबर, 2022 तक सभी बच्चे इसे हासिल कर लेवें।

05.शुरुआती कक्षाओं में अंग्रेजी बोलचाल पर कार्य करना-

राज्य में भाषाई सर्वे में यह बात प्रमुखता से उभर कर सामने आई है कि शुरुआती वर्षों में बच्चों द्वारा आसानी से भाषा सीखा जा सकता है। इसी बात को ध्यान में रखकर छोटी कक्षाओं विशेषकर बालवाडी एवं कक्षा पहली से तीसरी तक के बच्चों को प्रतिदिन अंग्रेजी में आमतौर पर बोलचाल में इस्तेमाल में आने वाले शब्दों को बोलने का वास्तविक परिस्थितियों में अभ्यास करवाया जाना सुनिश्चित करें | इस हेतु-

  • जिले एवं विकासखंड में अंग्रेजी बोलचाल में विशेषज्ञ शिक्षकों की पहचान कर उन्हें इसके लिए पीएलसी बनाएं।
  • इस प्रकार चयनित पीएलसी द्वारा बच्चों को बोलने के अभ्यास हेतु सामग्री विकसित की जाए।
  • पीएलसी द्वारा सभी शालाओं के शिक्षकों को आनलाइन आफलाइन मोड़ में प्रशिक्षित किया जाए।
  • बच्चों को छोटे छोटे वाक्य सही उच्चारण के साथ बोलने का पर्याप्त अभ्यास करवाएं।
  • बच्चों द्वारा फरटेदार अंग्रेजी बोलते हुए वीडियो लेकर उसे विभिन्न ग्रुप में साझा करें।
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