Aaklan and Mulyankan 2025-26 : शिक्षा सत्र में आकलन एवं मूल्यांकन कैसे होगा ?

Aaklan and Mulyankan 2025-26 : छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा सत्र 2025-26 के लिये शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया गया है जिसमें आकलन एवं मूल्यांकन निर्धारण संबंधी दिशा निर्देश जारी किया गया है । जारी निर्देशों के अनुसार आकलन एवं मूल्यांकन संबंधी माहवार विवरण नीचे दिया जा रहा है ।

इसनिर्देशके अनुसार कक्षा 1 से 8 के लिए आकलन एवं ग्रेडिंग सिस्टम के तहत पूरे सत्र में 6 मासिक आकलन के अतिरिक्त त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक व वार्षिक आकलन किए जाएंगे।

आकलन प्रक्रिया :-

  • आकलन प्रत्येक पाठ/अवधारणा समाप्त होने पर दक्षता आधारित Learning Outcomes की प्राप्ति हेतु आकलन किया जाए।
  • कक्षा 1 एवं 2 के बच्चों का मौखिक आकलन किया जाए।
  • कक्षा 3 से 5 के लिए एक दिन में एक ही विषय का आकलन किया जाए।
  • कक्षा 6 से 8 हेतु एक दिन में कोई दो विषय का आकलन किया जाए।
  • कक्षा 1-8 में द्वितीय एवं चतुर्थ शनिवार को बैगलेस डे रहेगा
  • इस दिन प्रथम कालखण्ड में कोई एक विषय का आकलन किया जाए।
  • प्रत्येक माह के प्रश्न पत्र निर्धारित पाठ्यक्रम एवं ब्लूप्रिंट के आधार पर शिक्षक स्वयं बनाएंगे।
  • मासिक आकलन प्रत्येक माह के अंतिम सप्ताह में किया जाएगा
  • आकलन पश्चात अगले माह के प्रथम सप्ताह में विद्यार्थियों एवं उनके पालकों को आकलन परिणाम एवं प्रगति पत्रक दिया जाएगा ।
  • प्रत्येक माह पालकों से हस्ताक्षर भी कराए जाएंगे।
  • मासिक आकलन लगातार पांच दिन संबंधित विषय के कालखंड में संपादित किया जाएगा
  • यथा संभव एक दिन में एक विषय का ही आकलन किया जाएगा।
  • मासिक आकलन प्रत्येक विषय के लिए 25 अंक का होगा, जिसमें :-
    • कक्षा 1 एवं 2 के लिए 15 अंक लिखित एवं 10 अंक प्रायोगिक / प्रदत्त कार्य / प्रोजेक्ट कार्य पर होंगे।
    • कक्षा 3 से 8 तक 20 अंक लिखित एवं 05 अंक प्रायोगिक / प्रदत्त कार्य / प्रोजेक्ट कार्य पर होंगे।
  • समस्त आकलन के प्रश्न ब्लू प्रिंट के अनुरूप LOS आधारित वस्तुनिष्ठ, अति लघु उत्तरीय लघु उत्तरीय एवं दीर्घ उत्तरीय बनाए जाएंगे।
  • त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक आकलन हेतु कक्षा 1 से 8 तक के प्रश्न पत्रों का निर्माण परिषद् द्वारा किया जाएगा।
    • कक्षा 1 एवं 2 के लिए त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक आकलन 50-50 अंक का होगा।
    • इसमें 30 अंक लिखित एवं 20 अंक प्रायोगिक / प्रदत्त कार्य / प्रोजेक्ट कार्य पर आधारित होंगे।
    • कक्षा 3 से 5 तक के लिए त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक आकलन 50-50अंक का होगा।
    • इसमें 40 अंक लिखित एवं 10 अंक प्रायोगिक / प्रदत्तकार्य / प्रोजेक्ट कार्य पर आधारित होंगे।
    • कक्षा 6 से 8 तक के लिए त्रैमासिक अर्द्धवार्षिक एवं वार्षिक आकलन 100-100 अंक का होगा।
    • इसमें 80 अंक लिखित एवं 20 अंक प्रायोगिक / प्रदत्त कार्य / प्रोजेक्ट कार्य पर आधारित होंगे।
  • त्रैमासिक आकलन:- जून से सितम्बर माह तक विषयांतर्गत निर्धारित पाठ्यक्रम पर आधारित होगा।
  • अर्द्धवार्षिक आकलन:- जून से दिसम्बर माह तक निर्धारित पाठ्यक्रम पर आधारित होगा।
  • वार्षिक आकलन:- सम्पूर्ण पाठ्यक्रम पर आधारित होगा।

मासिक आकलन / त्रैमासिक परीक्षा / प्री-बोर्ड एवं वार्षिक परीक्षा

Aaklan and Mulyankan 2025-26 : शिक्षा सत्र में आकलन एवं मूल्यांकन कैसे होगा ?

सत्रीय आकलन एवं मूल्यांकन

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा सत्र 2025-26 के लिए जारी दिशा निर्देश में कक्षा 1 से 8 के लिए नये आकलन एवं ग्रेडिंग सिस्टम के तहत पूरे सत्र में 6 मासिक आकलन के अतिरिक्त त्रैमासिक, अर्द्धवार्षिक व वार्षिक आकलन किए जाएंगे।

प्राथमिक स्तर

aaklan and mulyankan
Aaklan and Mulyankan 2025-26

उच्च प्राथमिक स्तर

Aaklan and Mulyankan 2025-26 : शिक्षा सत्र में आकलन एवं मूल्यांकन कैसे होगा ?

मासिक आकलन हेतु ब्लू प्रिंट:-

📚कक्षा लिखित+ प्रोजेक्ट / मौखिककुल अंक
1ली-2री15(लिखित)+ 10(प्रोजेक्ट)25अंक
3री-5वीं 20(लिखित)+ 05(प्रोजेक्ट)25अंक
6वीं-8वी 20(लिखित) + 05(प्रोजेक्ट)25अंक

त्रैमासिक, अर्धवार्षिक व वार्षिक ब्लू प्रिंट:-

📚कक्षा लिखित+ प्रोजेक्ट / मौखिककुल अंक
1ली-2री30(लिखित)+ 20(प्रोजेक्ट)50अंक
3री-5वीं 40(लिखित)+ 10(प्रोजेक्ट)50अंक
6वीं-8वी 80(लिखित) + 20(प्रोजेक्ट)100अंक

आकलन संबंधी शासनादेश :-

कक्षाग्रेड चार्ट
परीक्षा में अधिभार
संबंधी आदेश
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परीक्षा परिणाम में सुधार
हेतु निर्देश
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आकलन में अधिभार संबंधी निर्देश :-

  • शिक्षा सत्र 2025-26 के लिये प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला के शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की दृष्टि से मूल्यांकन प्रणाली में आंशिक परिवर्तन किया गया है जिसके तहत –
  • कक्षा 1ली, 2री, 3री, 4थी, 6वीं एवं 7वीं की परीक्षा के प्रत्येक विषय में अधिभार के रूप में जोड़ा जायेगा जहाँ,
    • त्रैमासिक परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत,
    • छःमाही परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 20 प्रतिशत
    • वार्षिक परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 60 प्रतिशत अधिभार के रूप में जोड़ा जायेगा ।
    • (अर्थात् त्रैमासिक का 20 प्रतिशत, छः माही का 20 प्रतिशत एवं वार्षिक का 60 प्रतिशत मिलाकर परीक्षाफल तैयार किये जायेंगे)।
  • वहीं कक्षा 5वीं एवं 8वीं में वार्षिक परीक्षा में
    • छःमाही परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 30 प्रतिशत
    • वार्षिक परीक्षा में प्रत्येक विषय में प्राप्त अंकों का 70 प्रतिशत अधिभार के रूप में जोड़ा जायेगा ।
  • (अर्थात् छः माही का 30 प्रतिशत एवं वार्षिक का 70 प्रतिशत मिलाकर परीक्षाफल तैयार किये जायेंगे)।

परीक्षाफल पंजी कक्षा 1ली/2री-

Aaklan and Mulyankan 2025-26 : शिक्षा सत्र में आकलन एवं मूल्यांकन कैसे होगा ?
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परीक्षाफल पंजी कक्षा 3री-

Aaklan and Mulyankan 2025-26 : शिक्षा सत्र में आकलन एवं मूल्यांकन कैसे होगा ?

परीक्षाफल पंजी कक्षा 4थी-

imege

परीक्षाफल पंजी कक्षा 5वीं-

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परीक्षाफल पंजी कक्षा 6वीं-

Aaklan and Mulyankan 2025-26
Aaklan and Mulyankan 2025-26

परीक्षाफल पंजी कक्षा 7वीं-

Aaklan and Mulyankan 2025-26
Aaklan and Mulyankan 2025-26

परीक्षाफल पंजी कक्षा 8वीं-

Aaklan and Mulyankan 2025-26
Aaklan and Mulyankan 2025-26

कक्षावार ग्रेड चार्ट विवरण:-

कक्षाग्रेड चार्ट
प्राथमिक शाला ग्रेड चार्टOpen
उच्च प्राथमिक शाला ग्रेड चार्टOpen
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5वीं एवं 8वीं के परीक्षा परिणाम में सुधार हेतु निर्देश

  • प्रत्येक विद्यार्थी धारा प्रवाह हिन्दी एवं अंग्रेजी पढ़ सके एवं समझ सके।
  • गणितीय अवधारणा के जोड़, घटाना, गुणा एवं भाग के प्रश्नों को हल कर सके।
  • 50% विद्यार्थी गुणात्मक रूप से “A” ग्रेड में आये।
  • विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति लगभग शतप्रतिशत हो।
  • प्रत्येक विद्यालय में पालकों की सहभागिता शैक्षणिक दृष्टि से सुनिश्चित हो।
  • 8वीं की दृष्टि से विज्ञान, सामाजिक विज्ञान एवं संस्कृत की सामान्य अवधारणाओं के प्रश्नों को प्रत्येक विद्यार्थी हल कर सके।

मेंटर नियुक्ति करना

  • 5वीं एवं 8वीं के कमजोर बच्चों हेतु विद्यालय के उपलब्ध शिक्षकों को कमजोर बच्चों का समूह बनाकर जिम्मेदारी दी जाये।
  • प्रत्येक शिक्षक अपने ग्रुप के विद्यार्थियों को प्रश्नों का उत्तर लिखवाना, लेखन, अध्ययन, त्रुटियों का निराकरण एवं विद्यार्थियों की समस्याओं का निदान करेंगे।

ब्लू प्रिंट:-

  • 5वीं एवं 8वीं के विषयवार ब्लू प्रिंट की जानकारी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को देना।
  • शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित की जाये एवं कार्यशाला में प्रत्येक शिक्षक से उनके द्वारा 5वीं एवं 8वीं में पढ़ाने वाले विषयों का प्रश्न पत्र ब्लू प्रिंट अनुसार बनवाना।

पालक शिक्षक बैठक (PTM)

  • त्रैमासिक एवं छःमाही परीक्षा के बाद पालक शिक्षक बैठक (PTM) का आयोजन किया जाये तथा प्रत्येक विद्यार्थी की उत्तरपुस्तिकाओं का अवलोकन उन्हें कराया जाये तथा सुधार हेतु उन्हें प्रेरित किया जाये।

हैण्डराइटिंग :

  • कक्षा पहली से ही अच्छी हैण्डराइटिंग के लिये प्रयास किये जायें, ताकि खराब हैण्डराइटिंग का दुष्प्रभाव उनके रिजल्ट पर न पड़े।

गृह कार्य

  • प्रत्येक दिवस गृहकार्य दिया जाये, विशेषकर 5वीं एवं 8वीं की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण प्रश्नों के गृहकार्य की चेकिंग नियमित रूप से की जाये।
  • गृहकार्य चेकिंग हेतु मेधावी छात्रों की सहायता भी ली जा सकती है।

प्रोजेक्ट कार्य :-

  • प्रायोजना कार्यों को प्रतिमाह कराया जाये।
  • निर्धारित प्रायोजना कार्य के अतिरिक्त महत्वपूर्ण प्रश्नों को भी प्रायोजना कार्य में दिया जाये।
  • प्रायोजना कार्य का मूल्यांकन गुणात्मक रूप से हो।

परीक्षाओं का आयोजन

  • प्रतिमाह यूनिट टेस्ट लिये जायें।
  • त्रैमासिक, छः माही एवं वार्षिक परीक्षा का आयोजन हो।
  • सभी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र का निर्माण ब्लू प्रिंट अनुसार किया जाये।
  • त्रैमासिक एवं छः माही परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन अन्य विद्यालय में किया जाये।
  • वार्षिक परीक्षा में उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन अन्य विकासखण्ड में किया जाये।
  • मूल्यांकन गुणात्मक हो, कम रिजल्ट आने की आशंका से स्तरहीन मूल्यांकन न किया जाये।
  • जिला शिक्षा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि, केवल अच्छे रिजल्ट लाने की दृष्टि से किये गये स्तरहीन मूल्यांकन करने वाले मूल्यांकनकर्ता पर कार्यवाही हो।
  • वास्तविक मूल्यांकन करने की स्थिति में रिजल्ट कम आने पर प्रताड़ना की स्थिति न हो, यह भी सुनिश्चित करें।

अधिभार की जानकारी:

  • राज्य शासन द्वारा जारी पत्र दिनाक 26.09.2025 अनुसार त्रैमासिक, छः माही एवं वार्षिक परीक्षा के अधिभार की जानकारी प्रत्येक शिक्षक एवं विद्यार्थी को दी जाये एवं प्रत्येक परीक्षा में शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाये।

शैक्षणिक मॉनिटरिंग:

  • अच्छे परीक्षा परिणाम की दृष्टि से माह नवंबर से फरवरी तक समन्वित योजना बनाकर प्रत्येक विद्यालय की गुणवत्ता मॉनिटरिंग की जाये ।
  • प्रत्येक मॉनिटरिंग के पश्चात् होने वाले सुधार की समीक्षा स्थानीय स्तर पर की जाये।

पाठ्यक्रम योजना :-

  • 5वीं एवं 8वीं का पाठ्यक्रम 10 फरवरी तक पूर्ण कर लिया जाये।

आगामी कार्ययोजना :

  • आगामी वर्षों में 5वीं एवं 8वीं का गुणवत्तापूर्ण रिजल्ट आये, इस दृष्टि से वर्तमान शिक्षा सत्र में अध्ययनरत तीसरी, चौथी, छठवीं एवं सातवीं के कमजोर विद्यार्थियों को सरल एवं मध्यम कठिनाई स्तर के प्रश्नों के उत्तर का सतत् अध्यापन कराया जाये।

मेधावी छात्र-

  • मेघावी छात्रों के लिये पृथक कार्ययोजना बनायें एवं उनकी प्रत्येक कठिनाई को दूर करें।

नियमित उपस्थिति-

  • विद्यार्थियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें, विशेषकर कमजोर बच्चों की।

पियर ग्रुप लर्निंग :-

  • 5-6 विद्यार्थियों का समूह जिसमें कमजोर, मध्यम एवं अच्छे विद्यार्थी शामिल हो, बनायें एवं उन्हें आपस में अध्यापन हेतु प्रेरित करें।

Aaklan and Mulyankan 2025-26

शासकीय अवकाश-2025Open
शासकीय अवकाश-2025
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शैक्षणिक कैलेण्डर
2025-26
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आकलन एवं ब्लू प्रिंटOpen
पाठ्यक्रम कक्षा 1-5वीं
2025-26
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पाठ्यक्रम कक्षा 6-8वीं
2025-26
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शैक्षणिक सत्र 2025-26

विषयवार प्रश्न बैंक :-

विषय 4थी5वीं7-8वीं
हिन्दीOpenOpenOpen
अंग्रेजीOpenOpenOpen
गणितOpenOpenOpen
पर्यावरणOpenOpen
विज्ञानOpen
सा.विज्ञानOpen

केंद्रीकृत वार्षिक परीक्षा निर्देश

5वी व 8वी केंद्रीकृत वार्षिक परीक्षा ब्लू प्रिंट

ब्लू प्रिंट 5वींब्लू प्रिंट
(हिन्दी माध्यम)
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ब्लू प्रिंट 5वीं ब्लू प्रिंट
(अंग्रेज़ी माध्यम)
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ब्लू प्रिंट 8वींब्लू प्रिंट
(हिन्दी माध्यम)
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ब्लू प्रिंट 8वींब्लू प्रिंट
(अंग्रेज़ी माध्यम)
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शैक्षणिक सत्र 2025-26
केंद्रीकृत वार्षिक परीक्षा निर्देशOpen
शैक्षणिक सत्र 2025-26
  • विद्यार्थी का रोल नम्बर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी के द्वारा संस्था प्रमुख को उपलब्ध कराया जायेगा।
  • परीक्षाओं हेतु समस्त प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय परीक्षा केन्द्र होंगे।
  • अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए जिला पेपर शिक्षा अधिकारी द्वारा सी.बी.एस.ई. पाठ्यक्रम के आधार पर दिया जाएगा ।
  • स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों की परीक्षा इन्ही समय सारिणी के अनुसार होंगे।
  • केन्द्राध्यक्ष निकटतम अन्य विद्यालय के प्रधान पाठक/प्रभारी प्रधान पाठक/वरिष्ठ शिक्षक को नियुक्त होंगे।
  • केन्द्राध्यक्ष की नियुक्ति विकासखंड शिक्षा अधिकारी के प्रस्ताव पर जिला स्तरीय संचालन समिति द्वारा किया जाएगा।
  • समस्त संकुल केन्द्र प्रश्न पत्र वितरण केन्द्र होंगे।
  • संकुल प्राचार्य इसके प्रभारी होंगे।
  • जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा समस्त संकुल प्राचार्यों को उनके संकुल के अधीन परीक्षा केन्द्रों के प्रश्न पत्र सौपें जाएंगे।
  • संकुल प्राचार्य द्वारा प्रश्न पत्रों को सीलबंद पेटी में निकवर्ती थाना में रखा जाएगा तथा परीक्षा तिथि में थाने से प्रश्न पत्र प्राप्त करेंगे ।
  • प्राप्त प्रश्न पत्र केन्द्राध्यक्ष को परीक्षा आरम्भ होने के एक घण्टा पूर्व प्रश्न पत्र सौंपा जायेगा।
  • केन्द्राध्यक्ष सीलबन्द प्रश्न पत्र निकालते समय यह सुनिश्चित करें कि प्रश्न पत्र निर्धारित परीक्षा तिथि एवं विषय तथा माध्यम का ही है।
  • यदि प्रश्न पत्र किसी अन्य दिवस का है तो केन्द्राध्यक्ष लिफाफे को सीलबन्द कर तत्काल विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को सूचित करेंगे तथा पैकेट सीलबंद कर थाना में जमा करेंगे।
  • ऐसी स्थिति में निकट के परीक्षा केन्द्र से आवश्यकतानुसार उस तिथि का प्रश्न पत्र प्राप्त कर फोटोकॉपी कराकर परीक्षा सम्पन्न करायेंगे।
  • परीक्षा उपरान्त उसी दिन केन्द्राध्यक्ष द्वारा सीलबंद उत्तर पुस्तिकाओं को संकुल प्राचार्य के पास जमा किया जाएगा।
  • संकुल प्राचार्य द्वारा सीलबन्द उत्तर पुस्तिकाओं के पैकेट को विकासखंड शिक्षा अधिकारी के पास परीक्षा तिथि के दिन शाम 05:00 बजे तक अनिवार्यतः जमा किया जाएगा।
  • किसी भी विद्यार्थी को किसी भी स्थिति में परीक्षा से वंचित नहीं किया जाना है ।
  • बैठक व्यवस्था में विद्यार्थियों की बीच पर्याप्त दूरी रखा जाना है ।
  • प्रायोजना कार्य की वार्षिक परीक्षा विद्यालय स्तर पर ली जायेगी।
  • परीक्षा के पहले सेम्पल प्रश्न पत्रों द्वारा अभ्यास कराया जाएगा।
  • 5वीं एवं 8वीं का पाठ्यक्रम 10.02.2026 तक पूर्ण करने का निर्देश ।
  • 30 अप्रैल को संस्था प्रमुख परीक्षा परिणाम घोषित कर अंकसूची वितरण का कार्य किया जाना है ।
  • परीक्षाफल पंजी का संधारण जिला स्तर पर किया किया जाएगा।
  • वार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण विद्यार्थियों को पूरक परीक्षा में बैठने की पात्रता होगी।
  • विषय शिक्षक अनुत्तीर्ण विषय की अतिरिक्त कक्षाएं लेकर तैयारी कराएंगे।
  • पूरक परीक्षा का आयोजन जून माह में लिया जायेगा ।
  • यदि कोई छात्र पूरक परीक्षा में अनुत्तीर्ण होता है तो उसे भी कक्षोन्नति देकर अगली कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा।
आकलन-एवं-मूल्यांकन aaklan and mulyankan Curriculum Fixation Assessment Orders
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