Curriculum Fixation : छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा सत्र 2025-26 के लिये आकलन एवं मूल्यांकन निर्धारण संबंधी दिशा निर्देश जारी किया गया है । जारी निर्देशों के अनुसार आकलन एवं मूल्यांकन में पाठ्यक्रम संबंधी माहवार विवरण नीचे दिया जा रहा है ।
टीप:-पाठ्यक्रम का निर्धारण अपने शाला, स्टाफ व बच्चों की संख्या के अनुसार स्वयं बना सकते हैं यहाँ दिया गया पाठ्यक्रम नमूनार्थ रुप में आपकी जानकारी के लिये है।
Syllabus : का मतलब किसी विशेष विषय या कोर्स में पढ़ाई जाने वाली सभी विषय-वस्तुओं, अध्यायों, और टॉपिक्स की सूची से है। यह किसी पाठ्यक्रम (Curriculum) का हिस्सा होता है और शिक्षार्थियों को यह जानकारी देता है कि एक निश्चित समयावधि में उन्हें क्या-क्या सीखना है।
सिलेबस में क्या-क्या शामिल होता है?
सिलेबस में आम तौर पर निम्नलिखित बिंदु शामिल होते हैं:
- कोर्स का उद्देश्य:
- कोर्स का उद्देश्य क्या है, छात्रों को क्या-क्या सिखाया जाएगा और यह क्यों आवश्यक है।
- विषय सूची (Topics):
- विषय के अंतर्गत कौन-कौन से टॉपिक्स शामिल हैं। हर टॉपिक का विवरण और उसे कितने समय में कवर किया जाएगा।
- अध्याय और टॉपिक्स:
- हर टॉपिक के अंतर्गत शामिल अध्यायों और उप-विषयों की विस्तृत जानकारी। उदाहरण के लिए, गणित में ‘बीजगणित’, ‘ज्यामिति’ आदि।
- पढ़ाई की योजना (Study Plan):
- अध्याय या टॉपिक्स को किस क्रम में पढ़ाया जाएगा और कब-कब पढ़ाया जाएगा।
- आकलन और मूल्यांकन:
- कोर्स में कितनी परीक्षाएँ होंगी, उनका स्वरूप कैसा होगा, और किस प्रकार से मूल्यांकन किया जाएगा (जैसे, सैद्धांतिक, प्रायोगिक या मौखिक)।
- ग्रेडिंग प्रणाली:
- कैसे अंकों को ग्रेड में बदला जाएगा, और पासिंग मार्क्स क्या होंगे।
- संदर्भ पुस्तकें और अध्ययन सामग्री:
- किस-किस पुस्तक या संदर्भ सामग्री का प्रयोग किया जा सकता है। इसके अलावा, शिक्षक द्वारा सुझाई गई सामग्री।
- कोर्स की अवधि:
- कोर्स को पूरा करने के लिए कितने दिन, सप्ताह, या महीने निर्धारित किए गए हैं।
सिलेबस का महत्व:
- छात्रों के लिए: सिलेबस से छात्रों को यह स्पष्टता मिलती है कि उन्हें पूरे कोर्स में क्या-क्या पढ़ना होगा और किन-किन बिंदुओं पर ध्यान देना होगा।
- शिक्षकों के लिए: सिलेबस एक योजना के रूप में काम करता है जिससे शिक्षकों को पढ़ाने की प्रक्रिया को व्यवस्थित करने में मदद मिलती है।
- परीक्षाओं की तैयारी: सिलेबस के आधार पर ही परीक्षा का पैटर्न और प्रश्न तय किए जाते हैं।
माहवार पाठ्यक्रम निर्धारण
- पाठ्यक्रम जून 2025
- पाठ्यक्रम जुलाई 2025
- पाठ्यक्रम अगस्त 2025
- पाठ्यक्रम सितम्बर 2025
- पाठ्यक्रम अक्टूबर 2025
- पाठ्यक्रम नवम्बर 2025
- पाठ्यक्रम दिसम्बर 2025
- पाठ्यक्रम जनवरी 2026
- पाठ्यक्रम फ़रवरी 2026
- पाठ्यक्रम मार्च 2026
विषयवार पाठ्यक्रम निर्धारण
प्राथमिक विभाग
कक्षा – पहली
कक्षा – दूसरी
कक्षा – तीसरी
कक्षा – चौथी
कक्षा – पाँचवी
उच्च प्राथमिक विभाग
कक्षा – छठवी
कक्षा – सातवी
कक्षा – आठवी
Curriculum fixation


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