कक्षा 1ली व 2री-
अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस-
- अगस्त माह के प्रथम रविवार को अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस अर्थात् फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है।
- यह दिन दोस्तों को समर्पित है।
- हर व्यक्ति के जीवन में परिवार के बाद एक ऐसा व्यक्ति जरुर होता है जिससे खून का रिश्ता भले न हो लेकिन आजीवन दिल का रिश्ता जुड़ा जाता है।
- इस दिन ग्रीटिंग कार्ड या उपहार मित्रों के बीच आदान-प्रदान किया जाता है।
- कक्षा में उपलब्ध सामग्री जैसे-मोती, धागा, रिबन, स्पंज, आदि की सहायता से फ्रेंडशीप बैंड बनाएं एवं अपने मित्र को बांधे।
Activity –
- तीन पैर की दौड़ –
- सभी बच्चे अपने-अपने मित्र के साथ जोड़ी बनाकर खड़े रहे, तथा अपने मित्र के दाएँ पैर से अपने बाएँ पैर को बांधे।
- इस तरह बच्चे के कुछ 3 पैर होंगे।
- शिक्षक एक निर्धारित दूरी तय करें।
- सभी बच्चों को निर्धारित दूरी तक दौड़ने कहें।
- जो सबसे पहले पहुँचेगा वह विजेता होगा।
कक्षा 3री से 5वीं –
हरेली त्योहार-
- हिन्दू वर्ष के अनुसार हरेली त्योहार पूरे साल का पहला त्योहार है और यह श्रावण माह की अमावस्या को मनाया जाता है।
- यह त्योहार ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरागत रूप से उत्साह के साथ मनाया जाता है।
- इस दिन किसान खेती किसानी में आने वाले कृषि यंत्रों की पूजा करते हैं।
- गांव में बच्चे और युवा गेड़ी चलाते हैं।
- शाम को युवक गांव में नारियल फेक प्रतियोगिता और कबड्डी आदि खेल खेलते है।
- महिलाएँ खो-खो, बिल्लस, फुगड़ी आदि खेलों का आनंद लेती है।
- इसदिन घर के मुख्य द्वारों पर नीम की टहनियाँ लगाने की परम्परा है।
- मान्यता है कि बारिश के मौसम में छोटे-छोटे किटाणु जीवाणु का प्रकोप होता है।
- इसे घर के आने से रोकने के लिए नीम की टहनियां लगाई जाती है।
Activity -हमारी हरी-भरी दुनिया-
- कक्षा की संख्या अनुसार 3 बच्चों की एक समूह बनाएं।
- प्रत्येक समूह को आधा चार्ट शीट दें एवं लिंक में दिए अनुसार थंब प्रिंटिंग करवाएं।
- दिए गए लिंक से हटकर कुछ नया भी कर सकते हैं।
- बच्चों से गेड़ी का चित्र बनवाये ।
- बिल्लस,फुगड़ी. गेड़ीदौड़ आदि का आयोजन करें।
हरेली संबंधी प्रश्न –
- हरेली त्योहर के दिनतुम क्या-क्या करते हो?
- हरेली त्योहार के दिन तुम्हारे गाँव/शहर में क्या-क्या किया जाता है?
- हरेली के दिन तुम्हारे घर पर कौन-कौन से पकवान बनाये जातेहै?
- बच्चे अपने बनाए गए पोस्टर्स एवं विभिन्न खेलकूद का प्रदर्शन करेंगे।
कक्षा 6वीं से 8वीं–
शिल्प कला-
- हस्त कला या दस्तकारी के माध्यम से किसी वस्तु को एक आकर्षक रूप देने की कला को शिल्प कला कहते है।
- शिल्प कला मुख्य रूप से हाथों और औजारों से जुड़े काम का रूप है।
- शिल्प कला त्रिविमीय (3डी) कला होती है।
- भारत में कई प्रकार की शिल्प कला पायी जाती है जैसे मिट्टी के काम, पत्थर का काम, धातु का काम, धागे की बुनाई, कपड़ा बुनना, आभूषण, चित्र, कागज, शिल्प, रंगमंच शिल्प, टोकरियाँ बनाना, दरियाँ बुनना, खिलौने बनाना आदि।
Activity –
- अतिथि वक्ताआपके जिले में जो भी शिल्प कला प्रचलित हो उससे संबंधित जानकार/विशेषज्ञ को विद्यालय में आमंत्रित कर कला से संबंधित भिन्न बिंदुओं पर जानकारी प्राप्त करें।
- शिल्प कला का नाम –
- आवश्यक सामग्री-
- अवधि-
- प्रक्रिया-
- कैरियर के अवसर-
- बनाकर दिखाना (स्वयं बनाएंगे) –
- इस कला हेतु आवश्यक सामग्रियां, प्रक्रिया, समयसीमा आदि पर बातचीत करें।
- बच्चों को डेमो देकर नमूना स्वरूप कोई वस्तु बनाकर दिखाएं और सिखाएँ।
- बच्चे दी गई जानकारी को कॉपी में नोट करें।
- बच्चे निर्देशानुसार सामग्री तैयार करें।
- सिखाई गई वस्तु का प्रदर्शन करें।
शिल्प कला संबंधी प्रश्न –
- इस प्रशिक्षण से आपने क्या-क्या सीखा अपने विचार व्यक्त करें।
- यदि भविष्य में इसे व्यवसाय के रूप में अपनाना है तो आपको क्या करना होगा?
- इस पर बच्चों के विचार आमंत्रित करें।
चन्द्रप्रकाश नायक , जो कि वर्तमान में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं . अभी आप Edu Depart में नि:शुल्क मुख्य संपादक के तौर पर अपनी सेवा दे रहे हैं .