Bagless Day 2023-24 : हर शनिवार को होगा बस्ता विहीन विद्यालय

Bagless Day : छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा सत्र 2022-23 के लिए शनिवार को बस्ता विहीन विद्यालय हेतु विस्तृत दिशा निर्देश जारी किया गया है ।

शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार अब शनिवार की शुरुआत प्रात: 7:30 प्रार्थना सभा से और अंतिम कालखंड 11:30 बजे सांस्कृतिक / साहित्यिक गतिविधि से समाप्त होगी।

शिक्षा सत्र में शनिवार को बस्ता विहीन विद्यालय [Bagless Day]

शाला-संचालन-.jpg Bagless School Day
शाला-संचालन Bagless Day
बस्ता विहीन विद्यालय
हेतु दिशा निर्देश
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स्कूल शिक्षा विभाग का
सुबह स्कूल का आदेश
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शैक्षणिक कैलेण्डर 2022-23 Open
Bagless Day
  • प्रार्थना सभा का आयोजन निर्धारित समयावधि में शाला की उच्चत्तम कक्षा में अध्ययन करने वाले उन पांच विद्यार्थियों द्वारा किया जाएगा जिन्होंने मासिक आकलन में अपनी कक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किये हैं।
  • इसी आधार पर प्रतिमाह प्रार्थना सभा के आयोजन हेतु विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा।
  • विद्यार्थियों द्वारा प्रार्थना सभा की शुरूआत राज्यगीत से की जाएगी।
  • शाला नायक द्वारा विद्यार्थियों को शपथ दिलाई जाएगी।
  • विद्यार्थियों द्वारा कोई भी एक प्रेरणा गीत गाया जाएगा।
  • विद्यार्थियों द्वारा समाचार पत्र से सामान्य ज्ञान तथा राष्ट्रीय-अर्न्तराष्ट्रीय महत्व के मुख्य बिन्दुओं का वाचन किया जाएगा।
  • विद्यार्थियों द्वारा प्रतिदिन नैतिक या प्रेरक कहानी सुनाई जाएगी।
  • विद्यार्थियों द्वारा राष्ट्रगान के साथ ही प्रार्थना सभा का समापन किया जाएगा।
क्रमांकगतिविधिसमय
01.राज्यगीत1 मिनट 15 सेकेंड
02.शपथ1 मिनट
03.प्रेरणा गीत2 मिनट
04.समाचार पत्र का वाचन5 मिनट
05.नैतिक या प्रेरक कहानी5 मिनट
06.राष्ट्रगान52 सेकेंड
Bagless Day
शनिवार Bagless Day
शनिवार Bagless Day
Bagless Day 2023-24 : हर शनिवार को होगा बस्ता विहीन विद्यालय
Bagless Day
शनिवार Bagless Day
शनिवार Bagless Day
Bagless Day 2023-24 : हर शनिवार को होगा बस्ता विहीन विद्यालय
Bagless Day

विद्यालयों में बच्चों के सहसंज्ञानात्मक क्षेत्र के लिए प्रत्येक शनिवार को “बस्ता रहित दिवस” “{बैग लेस डे}” की अवधारणा लाई गई है। जिसका क्रियान्वयन शाला कैलेंडर के अनुरूप कराया जाना है। इन गतिविधियों में व्यायाम, योग, क्रीडा प्रतियोगिता, साहित्यिक-सांस्कृतिक गतिविधियां, मूल्य-शिक्षा, कला-शिक्षा, पाठ्यपुस्तकों के अतिरिक्त पुस्तकालय एवं अन्य पठन सामग्रियों को सामिल किया गया है। प्रत्येक विद्यालय द्वारा प्रत्येक शनिवार की गतिविधियों की पूर्व योजना तैयार की जाये |

पाठ्यपुस्तकों के साथ उपलब्ध कराई गई नैतिक मूल्य एवं योग शिक्षा की पठन सामग्रियों का उपयोग कर विभिन्न गतिविधि करायें।

  1. वाचनः– छत्तीसगढ़ की विभूतियाँ / भारतीय संविधान / हम भारत के लोग / शारीरिक शिक्षा / मूल्य शिक्षा आदि ।
  2. कहानी कथन ( story telling)
  3. वाद – विवाद प्रतियोगिता / भाषण प्रतियोगिता / तात्कालिक – भाषण / प्रश्न – मंच / समूहपरिचर्चा आदि ।
  4. निबंध लेखन / कविता लेखन / कहानी लेखन / संवाद लेखन / चार्ट निर्माण प्रतियोगिता आदि ।
  5. स्थानीय कलाकारों, शिल्पकारों, उद्यमियों, विभिन्न विभागों में कार्यरत नौकरी पेशा व्यक्तियों कों विद्यालय में बुलाकर उनके कार्यो से अवगत कराना / प्रेरणा देना।
  6. कृषि, जल, पर्यावरण, ऊर्जा, पशु संरक्षण एवं संवर्धन पर परिचर्चा।
  7. गणित क्लब विज्ञान क्लब, अंग्रेजी क्लब आदि की गतिविधियां आयोजित करना, आधारित प्रतियोगिताएं करवाना, प्रदर्श निर्माण एवं प्रदर्शनी आयोजित करना ।
  8. प्रत्येक स्तर के लिए विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षाओं के संदर्भ में सचेतता फैलाना, विद्यार्थियों को इनके लिए प्रेरित करना। कैरियर एंड काउन्सलिंग के सत्र करना।
  1. रंगोली / मेहंदी / पुष्प सज्जा / ग्रीटिंग कार्ड बनाना आदि।
  2. लोक गीत / लोक नृत्य / लोक कथा / नाटक मंचन / अभिनय / एकल अभिनय / देशभक्ति गीत / गायन-वादन आदि ।
  3. सांस्कृतिक धरोहर से परिचय ।
  4. लोक कला संस्कृति से जुड़े हुए स्थानीय कलाकारों का परिचय एवं प्रस्तुति ।
  5. बाल संसद / बाल मेला आदि ।
  1. मुस्कान पुस्तकालय की पुस्तकों का पठन ।
  2. विद्यार्थियों द्वारा पढ़ी गई पुस्तकों पर शिक्षकों / समूह के साथ चर्चा।
  1. स्थानीय खेल
  2. संस्था में उपलब्ध संसाधन के अनुसार
  • उपरोक्त गतिविधियां सुझावात्मक है।
  • इसके अतिरिक्त अन्य गतिविधियाँ समय सारिणी के अनुसार स्व विवेक से संस्था संचालित कर सकती हैं।

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